बिहार के विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेला में आया मुर्रा भैंसा, शराब नहीं मिलने से हो गया सुस्त, डाइट में लेता रोजाना दो बीयर
By एस पी सिन्हा | Updated: November 17, 2024 17:13 IST2024-11-17T17:13:33+5:302024-11-17T17:13:33+5:30
भैंसा के मालिक रामजतन यादव ने बताया कि यह संतरा, गेहूं, दाल, चना, दलिया खाता है और घी पीता है। इसके साथ ही राजा को डेली दो बीयर भी दी जाती है। लेकिन बिहार में शराबबंदी के कारण इसे बीयर नहीं मिल पा रहा है, जिससे भैंसा सुस्त हो गया है।

बिहार के विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेला में आया मुर्रा भैंसा, शराब नहीं मिलने से हो गया सुस्त, डाइट में लेता रोजाना दो बीयर
पटना: बिहार के विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेला में आया मुर्रा नस्ल का भैंसा शराब नहीं मिलने से सुस्त हो गया। इसके मालिक रामजतन यादव ने बताया कि यह संतरा, गेहूं, दाल, चना, दलिया खाता है और घी पीता है। इसके साथ ही राजा को डेली दो बीयर भी दी जाती है। लेकिन बिहार में शराबबंदी के कारण इसे बीयर नहीं मिल पा रही है, जिससे भैंसा सुस्त हो गया है।
बता दें कि यह भैंसा यूपी के बनारस से आया है और इसकी कीमत दो करोड़ पांच लाख रुपए हैं। भैंसा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इसका नाम राजा है। वहीं, मेला में आने वाले लोग लाइन में लगकर इसके साथ सेल्फी ले रहे हैं। भैंसा के मालिक रामजतन यादव का कहना है कि एक दिन पहले मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह ने उनसे वीडियो कॉल पर बात की थी। वह यहां छोटे सरकार के नाम से फेमस हैं।
उन्होंने राजा को देखा। उनका कहना कि मेरा भैंसा 2 करोड़ रुपये से ज्यादा का है, जिसको सिर्फ अनंत सिंह ही खरीद सकते हैं। उनके अलावा बिहार में कोई दूसरा आदमी ये भैंसा नहीं खरीद सकता है। इस बीच रविवार को अनंत सिंह सोनपुर घूमने आये थे, उन्होंने इस भैंसे को देखा और उसके मालिक से भी बातचीत की।
भैंसे के मालिक ने अनंत सिंह को भैंसे की खासियत को बताया। अनंत सिंह भैंसे के पास पहुंचते ही बोले की 'खड़ा कर'... क्या खाता है? इस दौरान अनंत सिंह अपने मुछों पर ताव देते भी नजर आए। इस दौरान भैंस के मालिक से अनंत सिंह ने भैंस के खानपान, देखरेख से जुड़ी विभिन्न जानकारी ली।
साथ ही मालिक को कहा कि वो इस भैंसे को खरीद लेते, लेकिन वो भैंसा नहीं रखते हैं। बता दें कि इस मेले में अनंत सिंह का लाडला घोड़ा भी आया था। अनंत सिंह का घोड़ा सोनपुर मेला में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। अनंत सिंह ने कहा कि उन्हें घोड़े के रखरखाव के लिए रोज 4 हजार रुपए खर्च करना पड़ रहा है।
इस मेले में अनंत सिंह के तीन घोड़े आए हैं एक का नाम लाडला, दूसरा प्यारा और तीसरा दुलारा है। ये घोड़े जौ, चना, दुभ और काजू खाता है। अनंत सिंह को देख उनका घोड़ा दौड़ते हुए उनके पास पहुंचा वहीं इस दौरान उनके बेटे भी घुड़सवारी करते नजर आए।