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Uttarakhand: Harish Rawat का BJP पर हमला, पूछे Trivendra Rawat ने भ्रष्टाचार किया है या कोई और कारण है? 

By गुणातीत ओझा | Published: March 10, 2021 04:54 PM2021-03-10T16:54:58+5:302021-03-10T16:55:31+5:30

त्रिवेंद्र रावत ने भ्रष्टाचार किया है या कोई और कारण है? 

उत्तराखंड में कई दिनों से जारी सियासी घमासान पर आज राज्य के नए मुख्यमंत्री की घोषणा के साथ ही विराम लग गया है। त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफा देने के बाद तीरथ सिंह रावत को उत्तराखंड का नया मुख्यमंत्री बनाया गया है। भाजपा विधानमंडल दल (BJP Legislature’s) (BJP Legislature’s) की बैठक के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत को सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री के पद का भार सौंपा गया। त्रिवेंद्र रावत के इस्तीफा देने के बाद उत्तराखंड के सियासी घटनाक्रम पर नजर रख रहे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने कहा “भाजपा को सरकार में रहने का कोई अधिकार नहीं है। मैं गर्वनर से कहूंगा कि वह राज्य में दोबारा चुनाव कराएं। भाजपा ने 2016 में हमारी सरकार गिराई थी। उन्होंने कहा कि दल-बदलू भाजपा का नुकसान कर रहे हैं। उत्तराखंड में भाजपा ने अस्थिरता फैलाई। हरीश रावत ने यह भी कहा कि भाजपा बताए कि मुख्यमंत्री ने कोई भ्रष्टाचार किया है या कोई और कारण है। जिससे उन्हें हटा दिया गया है।”

हरीश रावत ने कहा कि राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए। भाजपा ने मान लिया है उनसे सरकार नहीं चलाई जा रही है। बजट सेशन जब चल रहा है, तब उनके भरारीसैंण से दिल्ली तलब किया गया। जिस तरीके से भाजपा ने दिल्ली बुलाया वो संविधान के प्रति उनका डिस-रिगार्ड शो करता है। उन्होंने जनता के गुस्से से बचने के लिए चेहरे बदलने का सहारा लिया है। भाजपा को सरकार बनाने का कोई हक नहीं है। उत्तराखंड के लिए एक ही स्थिति सही है। वो है उत्तराखंड में नए सिरे से चुनाव करवाए जाएं।

उत्तराखंड कांग्रेस के प्रभारी देवेंद्र यादव ने कहा कि त्रिवेंद्र सिंह रावत का इस्तीफे ‘भ्रष्टाचार और नाकामी पर पर्दा डालने की नाकाम कोशिश है’ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को राज्य की स्थिति का संज्ञान लेते हुए सरकार को बर्खास्त करना चाहिए। यादव ने यह दावा भी किया कि इस इस्तीफे से भाजपा ने स्वीकार कर लिया है कि पिछले चार साल में उत्तराखंड में सिर्फ भ्रष्टाचार हुआ है। ‘‘मैं समझता हूं कि त्रिवेंद्र रावत का इस्तीफा चार साल से चल रहे भ्रष्टाचार और नाकामियों पर पर्दा डालने की नाकाम कोशिश है।’’ यादव के मुताबिक, चार महीने पहले उत्तराखंड हाईकोर्ट ने त्रिवेंद्र रावत के खिलाफ सीबीआई जांच का आदेश दिया था। जिसके बाद राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में जाकर इस आदेश पर स्थगन लेने की कोशिश की। अब मुख्यमंत्री के इस्तीफे से सारे घोटाले सामने आ गए हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ रावत का इस्तीफा नाकाफी है। हमारी मांग है कि राष्ट्रपति महोदय इस स्थिति का संज्ञान लें और सरकार को बर्खास्त करें। राष्ट्रपति शासन लगाकर नए सिरे से चुनाव कराया जाए।’’ उल्लेखनीय है कि त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। बुधवार को विधानमंडल दल की बैठक होगी जिसमें पार्टी विधायक दल का नया नेता चुना जाएगा जो प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री होगा। 

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