Punjab Municipal Poll Results: BJP को मिली मायूसी, Congress ने 7 में से जीती 6 नगर निगम| Punjab
By गुणातीत ओझा | Published: February 18, 2021 09:11 PM2021-02-18T21:11:34+5:302021-02-18T21:12:17+5:30
पंजाब की 109 नगर निकाय-नगर पंचायत और सात नगर निगम के लिए हुए मतदान की मतगणना जारी है। निकाय चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने सात में से छह नगर निगम सीटों पर जीत हासिल कर ली है, वहीं एक शेष सीट पर बढ़त बनाए हुए है।
पंजाब निकाय चुनाव 2021
भाजपा को बड़ा झटका कांग्रेस जश्न में डूबी
Punjab Civic Body Poll Result LIVE: पंजाब की 109 नगर निकाय-नगर पंचायत और सात नगर निगम के लिए हुए मतदान की मतगणना जारी है। निकाय चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने सात में से छह नगर निगम सीटों पर जीत हासिल कर ली है, वहीं एक शेष सीट पर बढ़त बनाए हुए है। मोगा, होशियारपुर, अबोहर, बठिंडा, पठानकोट और कपूरथला नगर निगम सीटों पर कांग्रेस की जीत हुई है। बटाला नगर निगम सीट का परिणाण अभी घोषित नहीं किया गया है। नगर निकाय चुनावों के आ रहे नतीजे भाजपा के लिए बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है।
मजिठिया नगर निकाय की 13 में से 10 सीटें शिरोमणी अकाली दल ने जीत ली है। इसके लिए मतदान 14 फरवरी को हुआ था। केंद्र के तीन कृषि कानूनों को लेकर राज्य में किसानों के प्रदर्शन के बीच हुए चुनाव में 71.39 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। मंगलवार को कई बूथों पर दोबारा से चुनाव करवाया गया, इनके नतीजे भी आज ही जारी कर दिए जाएंगे। मोहाली नगर निगम के बूथ नंबर 32 और 33 पर आज 8 से 4 बजे तक दोबारा चुनाव होंगे। इनकी मतगणना गुरुवार को होगी।
इस बार 9,222 उम्मीदवार चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। चुनाव में सबसे ज्यादा 2,831 निर्दलीय उम्मीदवार हैं। पार्टी के तौर पर देखें तो कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 2,037 उम्मीदवार खड़े किए हैं। कांग्रेस के मुक्तसर के उम्मीदवार को निर्विरोध चुन लिया गया है। भाजपा ने केवल 1,003 उम्मीदवार ही खड़े किए हैं। इस बार पार्टी अपने सहयोगी दल शिरोमणी अकाली दल से अलग चुनाव लड़ रही है। शिरोमणी अकाली दल ने 1,569 उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा है।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, विपक्षी दलों ने सत्तारूढ़ कांग्रेस पर 'बूथों पर कब्जा' और 'हिंसा में लिप्त' होने का आरोप लगाया है। राज्य में ऐसे समय में चुनाव करवाए गए हैं, जब केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब के हजारों किसान दिल्ली की सीमाओं पर नवंबर महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं। इनके साथ उत्तर प्रदेश, हरियाणा और अन्य राज्यों के किसान भी शामिल हैं। माना जा रहा है कि किसान आंदोलन के चलते भाजपा को इस चुनाव में नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।