दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज में शामिल लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण के सामने आते जा रहे हैं। दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने लगातार तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना साद से मरकज बिल्डिंग खाली करने को कह रही थी कि जिसे तबलीगी नेता अनसुना कर रहे थे। दिल्ली पुलिस ने एक वीडियो भी जारी किया है जिसमें मरकज के नेताओं से 23 मार्च को बात करते दिख रहे हैं। जब बात नहीं बनी तो गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने मरकज मामले की कमान संभालने को कहा।गृह मंत्रालय के उच्च अधिकारियों के अनुसार, अजीत डोभाल 28-29 मार्च की रात दो बजे मरकज पहुंच थे और मौलाना साद से कहा था कि मौजूद लोगों का कोरोना वायरस टेस्ट करवाएं और उन्हें क्वांरटाइन करें। अमित शाह और अजीत डोभाल स्थिति को पहले से जानते थे। क्योंकि सुरक्षा एजेंसियों ने तेलंगाना के करीमनगर में 9 कोरोना वायरस पॉजिटिव इंडोनेशियाई नागरिक को ट्रैक किया था जो 18 मार्च को मरकज में मौजूद थे। इसके बाद सुरक्षा एजेंसियों ने मरकज इंफेक्शन को लेकर अगले दिन सभी राज्य पुलिस को सूचित कर दिया था।