दंगे में फंसे एसीपी अनुज कुमार ने सुनाई दहशत की दास्तां
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 29, 2020 05:20 PM2020-02-29T17:20:31+5:302020-02-29T17:20:31+5:30
दिल्ली हिंसा में घायल एसीपी अनुज कुमार ने 24 फरवरी को दिल्ली में दहशतगर्दी का हाल बयां किया है. . उस दिन दिल्ली की सड़कों पर उन्मादी भीड़ ने मकानों, दुकानों, गाड़ियों पर हमला बोल दिया. दिल्ली तब जंग का मैदान बनी हुई थी. वहां कानून का राज नहीं था. एसीपी अनुप कुमार ने बताया कि 24 तारीख की सुबह वो डीसीपी शाहदरा और उनकी पूरी टीम ने चाँदबाग मज़ार के पास पोजिशन ली हुई थी. अनुज कुमार की कहते हैं तो फिर एक अफवाह फैली कि पुलिस की गोलियों से बच्चे मर गए हैं. जिससे हिंसा और भड़क गयी. एसीपी गोकलपुरी के कार्यालय से जुड़े 42 साल के रतन लाल चांदबाग में पथराव के दौरान घायल हुए थे. बाद में पता चला कि उन्हें गोली लगी है और उनकी मौत हो गई. सुनिए उस वक्त हुआ क्या था.