Corona Latest Updateभारत सरकार ने लिया बड़ा फैसला महाराष्ट्र में नई गाइडलाइंसब्रिटेन (Britain) में कोरोना वायरस (Coronavirus) का नया रूप सामने आने के बाद भारत सरकार (Indian Govt) ने ऐहतियाती कदम उठाए हैं। कोविड-19 (Covid-19) के नए मामलों को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Govt) ने 5 जनवरी तक नगर निगम इलाकों में रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू (Night Curfew) का ऐलान किया। महाराष्ट्र में यूरोप और मध्य-पू्र्व से आए लोगों को 15 दिनों तक इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन होना पड़ेगा। महाराष्ट्र के शहरी इलाकों में कल से 5 जनवरी तक नाइट कर्फ्यू की भी घोषणा की गई है। महाराष्ट्र के सभी महानगरपालिकाओं में अगले 14 दिनों तक कल रात के 11 बजे से सुबह 6 बजे तक नाईट कर्फ्यू लगाया जाएगा। मुंबई के लोगों को 15 दिन ज्यादा सतर्क रहने के आदेश दिए गए हैं। अब बात करते हैं भारत सरकार के फैसले की.. यूनाइटेड किंगडम से भारत आने वाली सभी फ्लाइट्स 22 दिसंबर की रात 11.59 बजे से लेकर 31 दिसंबर की रात 11.59 बजे तक स्थगित रहेंगी। सरकार ने यह कदम यूके में नए स्ट्रेन के सामने आने से उपजे हालात को देखते हुए लिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई थी। जिसके बाद यूके से आने वाले उड़ानों पर अस्थायी रोक लगाने का फैसला हुआ। दिल्ली और राजस्थान के मुख्यमंत्रियों ने भी केंद्र से ऐसा फैसला करने को कहा था।ऐहतियात के तौर पर, सभी ट्रांजिट फ्लाइट्स में यूके से आने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट्स पर अनिवार्य रूप से टेस्ट कराना होगा। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने यह फैसला कोविड के नए स्ट्रेन को भारत में फैलने से रोकने के लिए किया है। 22 दिसंबर की रात 11.59 बजे से पहले टेकऑफ कर चुकी फ्लाइट्स या उससे पहले टेकऑफ करने वाली फ्लाइट्स के यूके पैसेंजर्स को भारत में RT-PCR टेस्ट कराना होगा।ब्रिटेन और अमेरिका के हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, नया स्ट्रेन बाकियों के मुकाबले जल्दी संक्रमित करता है लेकिन अभी इसके सबूत नहीं है कि ये ज्यादा घातक है। ब्रिटिश सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार पैट्रिक वलांस ने कहा कि स्ट्रेन 'तेजी से फैलता है और प्रमुख वैरियंट बनता जा रहा है।' दिसंबर में लंदन के भीतर 60% से ज्यादा इंन्फेक्शंस इसी स्ट्रेन से फैले। चिंता की एक बड़ी वजह यह है कि इस स्ट्रेन के कई म्यूटेशंस हैं- करीब दो दर्जन की पहचान हो चुकी है। कुछ म्यूटेशंस तो उस स्पाइक प्रोटीन पर हैं जिनका इस्तेमाल वायरस कोशिकाओं से जुड़ने और उन्हें संक्रमित करने के लिए करता है। जो वैक्सीन बनी हैं, वे स्पाइक को ही निशाना बनाती हैं।ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने 19 दिसंबर को घोषणा की थी कि वायरस के नये वैरिएंट के फैलने की क्षमता 70 प्रतिशत ज्यादा हो सकती है। उनके स्वास्थ्य सचिव मैट हैनकॉक ने कहा कि नया वैरिएंट 'नियंत्रण से बाहर' है।