coronavirus: मास्क की कालाबाज़ारी करने वालों सावधान !
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 7, 2020 06:47 PM2020-03-07T18:47:03+5:302020-03-07T18:47:47+5:30
देश भर में कोरोना वायरस के अब तक 31 कन्फर्म मामले सामने आने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बीमारी का पता लगाने के लिए 52 प्रयोगशालाओं को संबंधित नमूनों के परीक्षण के लायक बनाया है . इसके साथ जबकि 57 प्रयोगशालाएं सैंपल कलेक्शन में मदद करेंगी. कोरोना प्रभावित देशों की यात्रा कर चुके और इस रोग के लक्षण नजर आ रहे संदिग्ध मामलों के परीक्षण नमूनों का बोझ बढ़ जाने के बाद स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग यानि आईसीएमआर ने भारत में 52 प्रयोगशालाओं को कोविड -19 परीक्षण के लायक बनाया है. छह मार्च तक 3404 व्यक्तियों के 4058 नमूनों का परीक्षण किया गया. उनमें चीन के वुहान से लाये गये तथा आईटीबीपी एवं मानेसर कैंप में अलग रखे गये 654 व्यक्तियों के 1308 सैंपल शामिल हैं. दरअसल उनका दो बार परीक्षण किया गया, पहला परीक्षण पहले दिन और दूसरा परीक्षण 14 दिन के बाद किया गया. उसके बाद, वुहान और जापान के डायमंड प्रिंसेज शिप से निकाये गये अन्य 236 व्यक्तियों का टेस्ट किया गया. उनका भी दो बार परीक्षण किया गया.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने फेस मास्क का बहुत अधिक दाम वसूल रहे लोगों के खिलाफ एक्शन लेने के निर्देश दिया है . भारत में अब तक इस संक्रमण के 31 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें 16 इटली के है. करीब 29 हजार लोग डॉक्टरों की निगरानी में रखे गये हैं. आंध्रप्रदेश में तिरूपति के श्री वेंकेटेश्वर आयुर्विज्ञान संस्थान, विशाखापट्टनम के आंध्र मेडिकल कॉलेज और अनंतपुर के जीएमसी तथा असम में गुवाहाटी के गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज, डिब्रूगढ़ को क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र परीक्षण के लिए सक्रिय किया गया है. बिहार में पटना के राजेंद्र स्मारक चिकित्सा विज्ञान अनुसंधान संस्थान, चंडीगढ़ के स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र तथा छत्तीसगढ़ के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान इस विषाणु के परीक्षण का काम करेंगे. दिल्ली में एम्स, गुजरात में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र, अहमदाबाद के बी जे मेडिकल कॉलेज और जामनगर के एम पी शाह सरकारी मेडिकल कॉलेज में इस वायरस के परीक्षण की व्यवस्था की गयी है. मध्यप्रदेश में भोपाल के एम्स, जबलपुर के राष्ट्रीय जनजाति स्वास्थ्य अनुसंधान संस्थान को कोरोना वायरस के टेस्ट के लिए तैयार किया गया है.