UP Politics News: पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने बुंदेलखंड लोकतांत्रिक पार्टी बनाई!, हमीरपुर सीट से लड़ेंगे लोकसभा चुनाव, कोई दल से गठजोड़ नहीं
By राजेंद्र कुमार | Published: November 22, 2023 05:56 PM2023-11-22T17:56:51+5:302023-11-22T17:57:35+5:30
UP Politics News: राजनीतिक पार्टी के जरिए सुलखान सिंह पृथक बुंदेलखंड राज्य बनाने की मांग को लेकर जनता के बीच अपनी आवाज बुलंद करेंगे.
UP Politics News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नजदीकी रहे पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सुलखान सिंह भी राजनीति के क्षेत्र में अपनी किस्मत आजमाएंगे. इसके लिए उन्होंने बुंदेलखंड लोकतांत्रिक पार्टी का गठन किया. अपनी इस राजनीतिक पार्टी के जरिए सुलखान सिंह पृथक बुंदेलखंड राज्य बनाने की मांग को लेकर जनता के बीच अपनी आवाज बुलंद करेंगे.
आगामी लोकसभा चुनाव में सुलखान सिंह की पार्टी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड की चार-चार संसदीय सीटों पर चुनाव लड़ेंगी. सुलखान सिंह खुद हमीरपुर सीट से चुनाव लड़ेंगे, सात अन्य सीटों पर जल्दी ही चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के नामों का खुलासा होगा. उत्तर प्रदेश के डीजीपी रह चुके सुलखान सिंह 1980 बैच के आईपीएस हैं.
सुलखान सिंह का शुमार यूपी के तेज तर्रार ,कड़क और बेहद ईमानदार अफसरो में होता रहा है. वे कभी किसी राजनैतिक विचार धारा से जुड़ के नही रहे. यहीं वजह है कि जब यूपी की सत्ता योगी आदित्यनाथ ने संभाली तो उन्हे सुलखान सिंह की साफगोई बेहद पसंद आई और जल्दी ही सुलखान सिंह यूपी के डीजीपी बन गए.
इसके बाद जब सुलखान सिंह डीजीपी की कुर्सी से रिटायर हुए तो सीएम योगी ने पुलिस सुधार आयोग का गठन कर उसके अध्यक्ष पद पर सुलखान सिंह की तैनाती कर दी. करीब चार साल सुलखान सिंह पुलिस सुधार आयोग के अध्यक्ष रहे है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सौंपे गए दायित्व को पूरा करने के बाद उन्होंने इस आयोग से विदाई ली.
बीते साल विधानसभा में सुलखान सिंह ने राजनीति के क्षेत्र में आने की सोची. तब से वह इस मामले में अपने नजदीकी साथी से बातचीत कर रहे थे. सुलखान सिंह के अनुसार अब उन्होने राजनीति के क्षेत्र में कदम रखने की योजना तैयार कर ली है. इसके तहत ही वह गत 20 नवंबर को चित्रकूट गए.
वहां परिक्रमा करने का बाद पृथक बुंदेलखंड राज्य के गठन को लेकर बुंदेलखंड लोकतांत्रिक पार्टी बनाने का ऐलान किया. उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में तिंदवारी विधानसभा के रहने वाले सुलखान सिंह का बुंदेलखंड से जन्म का नाता है. वह कहते हैं कि वर्षों से हो रहे तमाम तरह से विकास के बाद भी बुंदेलखंड में रोजगार के अवसर नहीं हैं.
समय से सिंचाई न होने के कारण बुंदेलखंड के अन्नदाता की फसलें सूख रही है. यूपी के बुंदेलखंड में आज भी लोगों को पीने का पानी आसानी से नहीं मिल पाता, पानी के लिए घर के बाहर निकालना पड़ता है. मऊ और मरका पुल का निर्माण शुरू कराया गया लेकिन सत्ता परिवर्तन होने के बाद यह महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट भी ठंडे बस्ते में चले गए.
समूचा बुंदेलखंड प्यासा है. तमाम बांध होने के बाद भी बुंदेलखंड के किसान खेती के लिए बरसात के पानी पर ही निर्भर हैं. सुलखान सिंह कहते हैं कि बुंदेलखंड के विकास के लिए ही उन्होंने सक्रिय राजनीति में उतरने का फैसला किया है. इसके लिए बुंदेलखंड लोकतांत्रिक पार्टी का गठन किया है.
इस पार्टी के जरिए बुंदेलखंड राज्य में वह यूपी के बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा, झांसी और ललितपुर और मध्यप्रदेश के दमोह, पन्ना, छतरपुर, दतिया, सागर, टीकमगढ़, निवाड़ी और अशोकनगर को शामिल कर पृथक बुंदेलखंड राज्य बनाए जाने की मांग करेंगे.
इस मांग को लेकर ही वह यूपी और मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र की चार -चार लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ेंगे. सुलखान सिंह का कहना है कि वह हमीरपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे. जल्दी ही अन्य सात लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के नामों का वह ऐलान करेंगे. सुलखान सिंह का यह भी कहना है कि बुंदेलखंड लोकतांत्रिक पार्टी किसी राजनीतिक दल से कोई चुनावी तालमेल नहीं करेगी.