अयोध्या: अयोध्या में बनने वाले नवनिर्मित राम मंदिर में स्थापित होने वाले रामलला के ठाठ भी अब निराले होने वाले हैं। राम जन्मभूमि परिसर में करोड़ों राम भक्तों के आराध्य का दिव्य और भव्य मंदिर आकार लेता दिख रहा है। जनवरी माह के शुभ मुहूर्त में प्रभु राम अपने भव्य महल में विराजमान होंगे और अद्भुत दर्शन देंगे।
ट्रस्ट से जुड़े सूत्रों की मानें तो भव्य मंदिर में विराजमान होने के बाद प्रतिदिन रामलला की छह प्रकार की आरती होगी। बेला आरती से सुबह होगी, जब रामलला को जगाया जाएगा। उसके बाद रामलला का अभिषेक किया जाएगा। अभिषेक के बाद रामलला की दूसरी आरती यानी लगभग 7:30 बजे होगी, जिसे श्रृंगार आरती के नाम से जाना जाएगा।
इसके साथ रामलला की तीसरी आरती राजभोग के साथ होगी, जिसे राजभोग आरती के नाम से जाना जाएगा। चौथी आरती रामलला के जागने के साथ होगी, जिसे उद्यापन आरती कहा जाएगा। इसके अलावा रामलला की पांचवीं आरती शाम के समय में होगी, जिसे संध्या आरती के नाम से जाना जाएगा। अंतिम आरती शयन आरती होगी।
बता दें कि अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर का उद्घाटन 21-24 जनवरी, 2024 के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जा सकता है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के वरिष्ठ संतों का हवाला देते हुए, मीडिया रिपोर्टों में ये कहा गया है कि उद्घाटन निश्चित रूप से जनवरी 2024 के तीसरे सप्ताह में होगा।
मंदिर अधिकारियों ने अभी तक आधिकारिक तारीख की घोषणा नहीं की है। लेकिन माना जा रहा है कि 21-23 जनवरी के बीच एक शुभ 'मुहूर्त' निकाला जाएगा और पीएम मोदी को इसकी जानकारी दी जाएगी। बता दें कि मंदिर के गर्भगृह में ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के एक हिस्से से बने नर्मदेश्वर शिवलिंग की स्थापना भी की जाएगी। मंदिर में पंच देवाताओं की मूर्तियां स्थापित की जाएंगी। सनातन में इसे पंचायत कहते हैं। राम मंदिर में जो पंचायत स्थापित की जाएगी उसके मुखिया भगवान राम होंगे।
(लोकमत के लिए अयोध्या से त्रियुग नारायण तिवारी की रिपोर्ट)