सोनेलाल पटेल की जयंती के आयोजन को लेकर सियासी घमासान, एलडीए ने पल्लवी पटेल के आवेदन को किया रद्द
By राजेंद्र कुमार | Published: June 29, 2023 06:49 PM2023-06-29T18:49:49+5:302023-06-29T18:50:42+5:30
सोनेलाल पटेल की एक बेटी अनुप्रिया पटेल अपना दल (एस) की मुखिया और मोदी सरकार में मंत्री है। जबकि दूसरी बेटी पल्लवी पटेल अपना दल (के) की विधायक है।
लखनऊ: अपना दल के संस्थापक डॉ. सोनेलाल पटेल की 74वीं जयंती पर दो जुलाई को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में कार्यक्रम आयोजित करने को लेकर सोनेलाल पटेल की बेटियों के बीच फिर घमासान की स्थिति बन गई है। सोनेलाल पटेल की एक बेटी अनुप्रिया पटेल अपना दल (एस) की मुखिया और मोदी सरकार में मंत्री है। जबकि दूसरी बेटी पल्लवी पटेल अपना दल (के) की विधायक है। डॉ. सोनेलाल पटेल की पत्नी कृष्णा पटेल अपना दल (के) की मुखिया हैं। दोनों के बीच घमासान होने नौबत इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में डॉ. सोनेलाल पटेल की जयंती पर कार्यक्रम करने के लिए पल्लवी पटेल के आवेदन को अचानक ही रद किए जाने से उत्पन्न हुई है।
यह आवेदन गत 28 जून को रद किया गया है। जबकि डॉ. सोनेलाल पटेल की 74वीं जयंती मनाने का कार्यक्रम 2 जुलाई को होना है। इस मामले को लेकर अपना दल (के) के महासचिव पंकज निरंजन का कहना है कि हमारे दल को कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति नहीं दी गई है जबकि अनुप्रिया पटेल को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में कार्यक्रम करने दिया जा रहा है। यह कार्य किसके इशारे पर योगी सरकार ने किया है, यह सभी अब जान चुके हैं और अब अगर हमको दो जुलाई को सरकारी भवन में सोनेलाल पटेल की जयंती नहीं मनाने दी जाएगी, तो हम सड़क पर कार्यक्रम का आयोजन करेंगे।
जाहिर है कि ऐसा होने पर डॉ. सोनेलाल पटेल की दोनों बेटियों अनुप्रिया पटेल तथा पल्लवी पटेल के बीच छिड़ा घमासान तेज ही होगा और 2 जुलाई को इसका असर भी दिखेगा। 2 जुलाई को डॉ. सोनेलाल पटेल की जयंती के अवसर इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में अपना दल (एस) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने बुकिंग कराई थी, जबकि डॉ. सोनेलाल पटेल की दूसरी बेटी पल्लवी पटेल भी इसी स्थान के एक हॉल में कार्यक्रम कराने के लिए बुकिंग कराने का आवेदन दिया था। उनके इस आवेदन को पुलिस से अनुमति न मिलने की वजह से एलडीए प्रशासन निरस्त कर दिया है।
सड़क पर कार्यक्रम का आयोजन करेंगे
इसके बाद से दोनों बहनों के बीच फिर से घमासान शुरू हो गया है। पल्लवी पटेल ने सामने आकार तो आवेदन रद्द किए जाने के लिए अनुप्रिया पटेल पर आरोप तो नहीं लगाया है, लेकिन अपना दल (के) के महासचिव पंकज निरंजन का कहना है कि 2 जुलाई को होने वाले हमारे कार्यक्रम का उद्देश्य जातिवार जनगणना के मुद्दे पर विचार-विमर्श करके पिछड़ा वर्ग के अधिकारों के लिए आवाज उठाना था, इसलिए सूबे की सरकार के इशारे पर हमारे कार्यक्रम को सरकारी भवन में आयोजित करने की अनुमति ना देने का फैसला किया है।
बीते साल भी ऐसा किया गया था। इसलिए अब हम इस अन्याय को चुपचाप बर्दाश्त करने की बजाय लगातार सड़क पर संघर्ष करेंगे और दो जुलाई को हम सड़क पर कार्यक्रम का आयोजन करेंगे. इस मामले में एलडीए के अफसरों का कहना है कि चूंकि अपना दल (एस) का कार्यक्रम बहुत पहले ही तय हो गया था। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी अपना दल (एस) के कार्यक्रम में आना तय हो चुके हैं।
ऐसे में पल्लवी पटेल द्वारा हॉल बुक कराने के किए गए आवेदन पर पुलिस महकमे की सहमति नहीं मिली तो पल्लवी पटेल के आवेदन को निरस्त कर दिया गया है। ऐसी स्थिति में दोनों पक्षों में एक दूसरे के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं।
सस्ती लोकप्रियता के लिए कर रहे विवाद : आशीष पटेल
इस मामले में अपना दल (एस) के कार्यकारी अध्यक्ष और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल का कहना है उनकी पार्टी द्वारा इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान की बुकिंग के लिए 31 मई को ही आवेदन दिया गया था. और 14 जून को कार्यक्रम करने के लिए स्वीकृति भी उन्हे मिल गई थी, जबकि अपना दल (कमेरावादी) की ओर से इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में कार्यक्रम का आयोजन करने के लिए बाद में आवेदन किया गया था।
पिछले साल भी अपना दल कमेरावादी की ओर से यही शरारत की गई थी. आशीष पटेल का कहा कि दरअसल इनकी (पल्लवी पटेल) डॉक्टर सोनेलाल पटेल की विचारधारा और नीतियों में कोई आस्था नहीं है। यही कारण है कि डॉक्टर साहब के जन्म दिवस सहित दूसरे कार्यक्रमों में ये बिना वजह विवाद खड़ा कर सस्ती लोकप्रियता हासिल करना चाहते हैं।
इनकी डॉक्टर साहब की नीतियों और विचारधारा में आस्था होती तो अपनी पार्टी की जगह कभी कांग्रेस तो कभी समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव नहीं लड़ते. इस बार इस पूरी साजिश में समाजवादी पार्टी भी शामिल है. साफ लगता है कि समाजवादी पार्टी के इशारे पर डॉक्टर साहब के जन्मदिवस जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम में विवाद पैदा करने की साजिश हो रही है।
उन्होंने कहा कि अगर अपना दल कमेरावादी ने अपना दल एस के बाद बुकिंग के लिए आवेदन किया है तो इसका मतलब साफ है कि ये बिना वजह विवाद खड़ा करना चाहते हैं। फिलहाल अब अनुप्रिया पटेल और पल्लवी पटेल के बीच कुर्मी समाज के वोटों पर अपनी पकड़ साबित करने के लिए छिड़ी जंग चर्चा का विषय बन गई है।