Lok Sabha Elections 2024: बसपा सुप्रीमो ने भतीजे आकाश के कंधे पर हाथ रख दिया आशीर्वाद, मायावती के उत्तराधिकारी!, जानें कौन हैं, देखें वीडियो
By राजेंद्र कुमार | Updated: August 23, 2023 17:45 IST2023-08-23T17:43:51+5:302023-08-23T17:45:53+5:30
Lok Sabha Elections 2024: मायावती भी अपने भाई आनंद कुमार के बेटे और अपने भतीजे आकाश आनंद को भी राजनीतिक जिम्मेदारी सौंपने लगी है.

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Lok Sabha Elections 2024: बसपा सुप्रीमो मायावती अब पार्टी में अपने भतीजे आकाश आनंद को अपने उत्तराधिकारी के रूप में स्थापित करने के जुट गई हैं. जिस तरह से बसपा के संस्थापक कांशीराम ने मायावती को तमाम राजनीतिक दायित्व सौंपते हुए अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था.
ठीक उसी तर्ज पर अब मायावती भी अपने भाई आनंद कुमार के बेटे और अपने भतीजे आकाश आनंद को भी राजनीतिक जिम्मेदारी सौंपने लगी है. बुधवार को पार्टी नेताओं की बैठक में यह सबने देखा भी. आज की बैठक में मायावती ने पार्टी के सीनियर नेताओं के सामने अपने भतीजे आकाश आनंद जो पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर भी हैं को अपने पास बुला कर सबके सामने आशीर्वाद भी दिया.
ताकि सभी की समझ में आ जाए कि मायावती के बाद अब आकाश ही पार्टी के अहम फैसलों के बारे में सबको बताएँगे. आकाश अब पार्टी में नंबर दो की पोजीशन पर आ गए है. इसके चलते ही जहां एक तरफ मायावती ने राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में आकाश की ड्यूटी लगाई है.
Jay bhim jay bsp bahan ji jindabad
— Roop singh (@Roopsin04349438) August 23, 2023
Bhai aakash Aanand ji jindabad https://t.co/4S4mDzuPyl
वहीं दूसरी तरफ वह पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश को लोकसभा चुनावों को लेकर तमाम जिम्मेदारी सौंप रही हैं. अब आकाश यूपी के लोकसभा चुनावों को लेकर भी पार्टी की चुनावी रणनीति तैयार कर रहे हैं. बसपा यूपी की सभी 80 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करेंगी.
यूपी में इस बार एक तरफ भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए होगा तो दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के नेतृत्व में इंडिया (INDIA) गठबंधन. मायावती और आकाश आनंद द्वारा तैयार की गई रणनीति के अनुसार यूपी में इस बार भी बसपा दलित मुस्लिम के सामाजिक फॉर्मूले पर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं.
अखिलेश यादव अपनी कट्टर विरोधी मायावती पर भाजपा की बी टीम होने का आरोप लगाते रहे हैं. यहीं वजह है कि पार्टी नेताओं की बैठक में मायावती ने भाजपा और कांग्रेस की जमकर आलोचना की. उन्होंने कहा कि भाजपा की लोकप्रियता तेजी से घट रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि भाजपा राज में लोग परेशान हैं. जबकि कांग्रेस की कथनी और करनी में जमीन-आसमान का फर्क है. मायावती ने एक बार फिर कांग्रेस को दलित और पिछड़ा विरोधी पार्टी बताया.
