अयोध्या: सरयू नदी के किनारे डूब क्षेत्र में बने मठ मंदिरों को नहीं ढहाया जाएगा, सीएम योगी ने दिया आश्वासन
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 22, 2023 05:27 PM2023-10-22T17:27:26+5:302023-10-22T17:35:46+5:30
रविवार की प्रातः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ छोटी देवकाली में पहुंचकर दर्शन पूजन किया उसके बाद जैन मंदिर में पहुंचकर वहां के प्रमुख से आशीर्वाद प्राप्त किया।
त्रियुगनारायण तिवारी-
अयोध्या : अयोध्या के सरयू नदी के किनारे डूब क्षेत्र में बने मठ मंदिरों को ढहाया नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में साधु संतों के साथ भोजन करते समय यह आश्वासन दिया है। मालूम हो कि अयोध्या के सहायक राजस्व अधिकारी ने मठ मंदिरों और भवनके स्वामियों को डूब क्षेत्र में होने के कारण नोटिस दे रखा है और उनसे पूछा गया है कि डूब क्षेत्र में उनका नाम राजस्व के अभिलेखों में कब आया किसके आदेश से आया इस पत्र को लेकर अयोध्या के साधु संतों में काफी उबल रहा।
अयोध्या के सभी प्रमुख साधु संतों ने महंत नृत्य गोपाल दास के मठ पर उनके उत्तराधिकारीके नेतृत्व में साधु संतों की एक बैठक की थी और जिला प्रशासन को काफी खरी खोटी सुनाई थी। इसी के बाद जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने अयोध्या के सभी प्रमुख साधु संतों के साथ राम कथा संग्रहालय में एक बैठक की और साधु संतों की समस्या को सुना और समझाया।
उन्होंने संतों से कहा कि नियमों और कानून के तहत ही कोई कार्यवाही की जाएगी। इसके बाद संत और खफा हो गए थे और वह मुख्यमंत्री के आगमन की प्रतीक्षा में थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को पूर्वाहन ने 4:00 बजे अयोध्या पहुंचे और पूजा पाठ के बाद विकास कार्यों की समीक्षा की तथा विकास कार्यों का मौके पर जाकर अवलोकन किया तथा देर शाम प्रमुख साधु संतों को भोजन पर आमंत्रित करके उनकी बात सुन उन्हें अस्वस्थ किया कि अयोध्या में साधु संतों के राय मस्वीरा के कोई भी कार्य नहीं किया जाएगा।
रविवार की प्रातः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ छोटी देवकाली में पहुंचकर दर्शन पूजन किया उसके बाद जैन मंदिर में पहुंचकर वहां के प्रमुख से आशीर्वाद प्राप्त किया तथा राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नित्य गोपाल दास की मठपर जाकर उनके कुशल तापूछा और इसके बाद वह गोरखपुर चले गए।
मुख्यमंत्री लगभग 20 घंटे अयोध्या में मौजूद रहे समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने अयोध्या की आवास विकास के कार्यक्रमों को लेकर आ प्रसन्नता जाहिर की। और कहा कि यह कार्य धरती पर दिखना चाहिए उन्होंने यह भी बताया कि अयोध्या में विदेश से भी अनेक संस्थान जमीन की मांग करेंगे इसके लिए आवास विकास को तैयार रहना चाहिए।
उन्होंने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के पहले सभी कार्य पूर्ण किए जाने का निर्देश दिया और यह भी कहा कि अयोध्या के विकास कार्य समय से चल रहे हैं और उन्हें दिसंबर तक पूर्ण किया जाना चाहिए । मुख्यमंत्री ने बैठक में बताया कि अयोध्या में 30000 करोड़ की विकास योजनाएं चल रही है और इन योजनाओं को तेजी के साथ पूरा किया जाना है।