रश्दी के खिलाफ फतवा जारी होने से पहले ही ‘द सैटेनिक वर्सेज’ कई देशों में प्रतिबंधित कर दी गई थी और इन देशों में उनकी जन्मभूमि भारत भी शामिल था। भारत में एक दशक से अधिक समय तक उनके प्रवेश पर प्रतिबंध रहा। एक किताब के कारण ईरान के सर्वोच्च नेता द्वारा ...
प्रख्यात लेखक सलमान रुश्दी के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। इसकी जानकारी उनके एजेंट की ओर से दी गई है। रुश्दी को अब जीवन रक्षक प्रणाली (वेंटिलेटर) से हटा दिया गया है। ...
सलमान रश्दी पर जानलेवा हमले की निंदा करने के लिए मशहूर उपन्यास हैरी पॉटर की लेखिका को जान से मारने की धमकी मिली है। जेके राउलिंग ने ट्विटर पर इसकी जानकारी दी है। धमकी देने वाले ने कहा है कि रश्दी के बाद अब अगला नंबर तुम्हरा है। ...
पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मतार के सोशल मीडिया अकाउंट के मुताबिक वह "शिया चरमपंथ" और ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड (IRGC) के प्रति सहानुभूति रखता है। ...
सलमान रश्दी मुंबई में पैदा हुए थे। 14 साल की उम्र में वह पढ़ने के लिए इंग्लैंड चले गए। उन्होंने कैंब्रिज के किंग्स कॉलेज से इतिहास में ऑनर्स की डिग्री ली। अपने बेबाक लेखन के लिए मशहूर रश्दी ने साल 1988 में 'द सैटेनिक वर्सेज' लिखी। इस किताब पर ईश निंद ...
तस्लीमा ने ट्वीट में लिखा, "और वे इस्लाम के आलोचकों पर हमला करते हैं। नकली मुसलमान मानवता में विश्वास करते हैं और वे हिंसा के खिलाफ हैं। हम चाहते हैं कि नकली मुसलमान बढ़े।" ...