खुद को सन ऑफ मल्लाह कहने वाले मुकेश सहनी राज्य के राजनीतिक क्षितिज पर 2014 के लोकसभा चुनाव में उभरे थे। बाद में विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) बनाई। 2019 का लोकसभा चुनाव महागठबंधन के तहत उनकी पार्टी लड़ी। लोकसभा चुनाव में वीआईपी को 1.65% वोट मिले। यह 18 विधानसभा क्षेत्रों का ही हिसाब है, लेकिन वोट के मामले में अति-पिछड़ी गिनी जाने वाले और कई जातियों-उपजातियों में विभक्त निषाद समुदाय में कई क्षेत्रों में असरदार हैसियत रहता है। खासकर उत्तर बिहार में मुजफ्फरपुर से लेकर भागलपुर तक जहां नदियों का जाल है। Read More
इस बार 9 सीटों का नुकसान हुआ है. फिर भी 52 की संख्या लाकर यादव अभी भी सबसे उपर हैं. 2015 में 61 यादव विधायक जीत कर आये थे. इनमें सबसे अधिक राजद में 35 हैं. तुलनात्मक रूप में पिछले चुनाव की तुलना में यह संख्या चार फीसदी कम है. ...
अभी यह तय नहीं हुआ है कि शपथ समारोह कब होगा, चाहे दिवाली के बाद हो या छठ के बाद। हम इस चुनाव के परिणामों का विश्लेषण कर रहे हैं। सभी चार दलों के सदस्य कल मिलेंगे।मैंने कोई दावा नहीं किया है, निर्णय एनडीए द्वारा लिया जाएगा। ...
बिहार में लगी आदर्श आचार संहिता भी खत्म हो गई है. बिहार के 17वीं विधानसभा चुनाव के नव निर्वाचित 243 विधायकों की सूची निर्वाचन आयोग ने राज्यपाल को दी है. ...
सूत्रों के अनुसार नीतीश कैबिनेट में इस बार 28 मंत्री एक साथ शपथ ले सकते हैं. इससे पहले भी 2015 और 2010 में नीतीश सरकार में 28-28 मंत्री शपथ लिए थे. ...
राजद के नेतृत्व को अभी भी लग रहा है कि चुनाव में पिछ्ड़ जाने के बाद भी अभी लड़ाई खत्म नहीं हुई है. दिवाली के बाद भले ही एनडीए में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, लेकिन एनडीए में भी नई जंग तभी देखने को मिलेगी. ...
मगध व शाहाबाद यानी कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, गया व नवादा में एनडीए को उम्मीद से काफी कम सीटें ही मिल पाई. इन जिलों की 32 सीटों में से एनडीए को महज छह सीटें ही हासिल हुई हैं. ...
चुनाव में एक तरफ जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने के संकेत दिए तो दूसरी ओर राजद नेता व महागठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरा तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री पद के शुभारंभ के लिए दिन-रात एक किए. ...