साल 2018 में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने तय हुए हैं। यहां प्रमुख मुकाबला सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस) में होगा। यहां कांग्रेस ने पहला कदम उठाते हुए वरिष्ठ नेता कमल नाथ को चुनाव प्रभारी बनाया है। Read More
निर्धारित चुनाव कार्यक्रम के अनुसार, नामांकन की प्रक्रिया 2 नवंबर से शुरू हो गई है और नौ नवंबर तक चलेगी। वहीं, राज्य में 28 नवंबर को मतदान कराया जाएगा। इस तरह अब प्रदेश में मतदान के लिए महीने भर से कम का समय बचा है। ...
कांग्रेस की पहली सूची में राज्य के पुराने दिग्गजों मसलन कमलनाथ दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया और अजय सिंह के परिवारों और गुटों को प्राथमिकता दी गई। ...
मध्यप्रदेश भाजपा में विधानसभा और लोकसभा चुनाव के वक्त नाराज कार्यकर्ताओं और दावेदारों की नाराजगी को दूर करने के लिए कभी कुशाभाऊ ठाकरे जिम्मेदारी संभाला करते थे, उसके बाद सुंदरलाल पटवा और कैलाश जोशी इस काम को अंजाम दिया करते थे। ...
सरताज ने निर्दलीय चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं। रविवार को जब उनका बयान आया तो भाजपा में हड़कंप मच गया और खनिज निगम के अध्यक्ष शिव चौबे उनके निवास पहुंचे और बंद कमरे में काफी देर चर्चा की। ...
संजय सिंह दिल्ली में शनिवार को कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद रविवार को राजधानी पहुंच और प्रदेश कांग्रेस कार्यालय जाकर वरिष्ठ नेताओं से उन्होंने मुलाकात की। संजय सिंह जब कांग्रेस कार्यालय पहुंचे तो वहां उनका नेताओं ने स्वागत किया। ...
देश कांग्रेस कार्यालय में संवाददाताओं से चर्चा करते हुए आजाद ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। राज्य में किसान आत्महत्याएं कर रहे हैं। प्रदेश के 45 प्रतिशत किसानों पर कर्जा है। फर्जी आंकड़ों के आधार पर राज्य सरकार कृषि कर्मण अवार्ड ...