कांग्रेस ने कहा-वादों पर खरी नहीं उतरीं केन्द्र और प्रदेश की सरकारें
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: November 5, 2018 01:34 AM2018-11-05T01:34:45+5:302018-11-05T01:34:45+5:30
देश कांग्रेस कार्यालय में संवाददाताओं से चर्चा करते हुए आजाद ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। राज्य में किसान आत्महत्याएं कर रहे हैं। प्रदेश के 45 प्रतिशत किसानों पर कर्जा है। फर्जी आंकड़ों के आधार पर राज्य सरकार कृषि कर्मण अवार्ड प्राप्त कर रही है।
राज्य सभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने आरोप लगाया कि केन्द्र और मध्यप्रदेश की राज्य सरकार दोनों ही अपने वादों पर खरी नहीं उतरी हैं। आज देश और प्रदेश में महंगाई आसमान छू रही है। मध्यप्रदेश महिला अत्याचारों और कुपोषण में देश में नंबर एक पर है।
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में संवाददाताओं से चर्चा करते हुए आजाद ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। राज्य में किसान आत्महत्याएं कर रहे हैं। प्रदेश के 45 प्रतिशत किसानों पर कर्जा है। फर्जी आंकड़ों के आधार पर राज्य सरकार कृषि कर्मण अवार्ड प्राप्त कर रही है। फर्जी आंकड़ों से अवॉर्ड लेने पर तो मुख्यमंत्री पर भी मुकदमा चल सकता है।
उन्होने कहा कि प्रदेश में लगातार बेरोजगारी बढ़ रही है। वर्ष 2015 में जहां 15 लाख बेरोजगारों के नाम रोजगार कार्यालयों में दर्ज थे, जो 2017 में बढ़कर 17 लाख 23 हजार हो गए। सरकारी आंकड़ों के अनुसार बीते वर्ष प्रदेश में सिर्फ 422 लोगों को रोजगार मिला।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश आज महिला अपराधों के मामले में शीर्ष पर है। प्रदेश में छोटी-छोटी बच्चियां भी सुरक्षित नहीं हैं। आपने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार के 15 साल होने के बाद भी बच्चें कुपोषण है। प्रदेश मैं कुपोषण के कारण हर रोज 80 बच्चे मर जाते हैं। राज्य में शिक्षा की स्थिति बहुत खराब है। प्रदेश के 72 हजार सरकारी स्कूलों में बिजली नहीं है। 18 हजार स्कूलों में एक-एक शिक्षक हैं। वहीं स्कूलों के 58 हजार भवन खंडहर हो रहे हैं।
आजाद ने कहा कि आज देश में लोकतंत्र खतरे में है। देश में मीडिया पर पाबंदियां है। आपने कहा कि देश में असली मेड इन इंडिया कार्यक्रम तो रफाल बनाने से शुरु होना था। यूपीए सरकार के समय हमने जो समझौत किया था, उसके अनुसार 18 विमान फ्रांस से आना थे, शेष विमान भारत में बनने थे। इससे हजारों इंजीनियरों को रोजगार मिलता।
उन्होंने कहा कि आज जिस मेड इन इंडिया की बात हो रही है, उसमें चीन से मोबाइल के पूर्जे लाकर भारत में जोड़े जा रहे हैं। डिजिटल इंडिया भी असफल रहा है। बीते सालों में आईटी कंपनियों के 56 हजार कर्मचारी बेरोजगार हो गए। यही हाल स्टार्टअप इंडिया का है। स्टार्टअप इंडिया के लिए 10 हजार करोड़ रुपए केन्द्र सरकार ने मंजूर किए थे, पर खर्च हुए सिर्फ 337 करोड़ रुपए।
आजाद से संवाददताओं ने पूछा कि एक तरफ आप कहते है कि राजीनति में धर्म का उपयोग नहीं होना चाहिए और राहुल गांधी गुजरात और कर्नाटक के बाद मध्यप्रदेश में चुनाव के दौरान मंदिर मंदिर जा रहे है। तो उन्होंने कहा कि राहुल गांधी मंदिर जाएं और मैं मस्जिद जाऊं तो इसमें क्या आपत्ति ,सबको अपना धर्म मानने का अधिकार है।