मध्य प्रदेश चुनाव: राजपुर सीट से BJP प्रत्याशी देवी सिंह की हार्ट अटैक से मौत, 4 बार जीत चुके थे विधानसभा चुनाव
By शिवअनुराग पटैरया | Published: November 5, 2018 01:06 PM2018-11-05T13:06:38+5:302018-11-05T13:08:06+5:30
देवीसिंह 4 बार विधायक रहे और 3 बार अंजड़ सीट से जीते। वह उमा भारती सरकार में राज्य मंत्री भी रहे।
मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले की राजपुर सीट से भाजपा के प्रत्याशी पूर्व मंत्री राज्यमंत्री देवी सिंह पटेल का आज हार्ट अटैक से निधन हो गया है। उन्हें उस समय हार्ट अटैक आया जब वह अपने रहा है ग्राम बाँदारकच्छ में थे । पटेल की अंत्येष्टि सोमवार दोपहर 3 बजे उनके गृह ग्राम बाँदारकच्छ में नदी किनारे की जाएगी।
देवीसिंह 4 बार विधायक रहे और 3 बार अंजड़ सीट से जीते। वह उमा भारती सरकार में राज्य मंत्री भी रहे।
वह 60 साल के थे। देवी सिंह पटेल 1984 से 2013 तक 7 बार विधानसभा चुनाव लड़े थे। इसमें 4 बार उन्होंने जीत हासिल की थी। 1984 से 2003 तक अंजड़ विधानसभा और 2008 और 2013 में राजपुर विधानसभा से चुनाव लड़ा था।
1984 में वे अंजड़ विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी मांगीलाल आदिवासी से चुनाव हार गए थे। बड़वानी के राजपुर विधानसभा सीट से इस बार फिर भाजपा ने उन्हें फिर मौका दिया था।
मध्य प्रदेश विधान सभा का हाल
मध्य प्रदेश में कुल मध्य प्रदेश में कुल 230 विधानसभा सीटें हैं। साल 2013 विधान सभा में बीजेपी के पास 165 सीटें, कांग्रेस के पास 58, बहुजन समाज पार्टी के पास 5 और अन्य के पास 2 सीटें हैं। शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश में तीन बार से मुख्यमंत्री से मुख्यमंत्री है। शिवराज सिंह का कार्यकाल जनवरी 2019 में खत्म हो रहा है। 2008 में बीजेपी के पास 143 सीटें, कांग्रेस के पास 71 सीटें, बहुजन समाज पार्टी 7 सीटें हैं।
पांच राज्यों में है चुनाव
साल 2018 के अंत में 12 नवंबर से 7 दिसंबर के बीच पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव होंगे। इनमें छत्तीसगढ़ की 90 सीटों के लिए दो चरणों में 12 और 20 नवंबर को मतदान होंगे। मध्य प्रदेश की 230 सीटों के लिए 28 नवंबर को मतदान होंगे। राजस्थान की 200 सीटों के लिए 7 दिसंबर को मतदान होंगे। तेलंगाना की 119 सीटों के लिए 7 दिसंबर को मतदान होंगे। मिजोरम की 40 सीटों के लिए 28 नवंबर को मतदान होंगे। इन चुनावों को साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के सेमीफाइनल्स के तौर पर देखा जा रहा है। जिसमें बीजेपी के खिलाफ विपक्षी एकता की संभावनाएँ तलाशी जा रही हैं। साल 2018 की शुरुआत में पूर्वोत्तर राज्य मेघालय, त्रिपुरा और नागालैंड में चुनाव हो चुके हैं।