इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का आविष्कार 1980 के दशक में हुआ था। भारत में पिछले कई सालों से ईवीएम से वोटिंग को लेकर राजनीतिक विवाद चल रहा है। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का इस्तेमाल भारत में आम चुनाव तथा राज्य विधानसभाओं के चुनाव में आंशिक रूप से 1999 में शुरू हुआ तथा 2004 से इसका पूर्ण इस्तेमाल हो रहा है। ईवीएम से पुरानी मतपत्र प्रणाली की तुलना में वोट डालने के समय में कमी आती है तथा कम समय में परिणाम घोषित करती है। Read More
हाल में संपन्न लोकसभा चुनावों में ईवीएम से छेड़छाड़ के विपक्षी पार्टियों के आरोपों पर वोटिंग मशीनों का बचाव करते हुए बीईएल के सीएमडी एसवी गौतम ने यहां पत्रकारों से कहा कि राजनीतिक दलों ने चुनावों से पहले जो ‘‘तूफान’’ खड़ा किया था वह धराशायी हो गया है ...
मायावती ने चुनाव के परिणाम आने के बाद शाम को मीडिया से कहा, ''देश के राजनीतिक इतिहास में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन देखे हैं समाज के दलित उपेक्षित वर्गों की सत्ता में भागीदारी भी बढ़ी है लेकिन इसे भी अब ईवीएम के माध्यम से सत्ताधारी पार्टी (भाजपा एंड कंपन ...