देवेंद्र फड़नवीस भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के नेता हैं। वर्तमान( 2018) में वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हैं। वह महाराष्ट्र विधानसभा में नागपुर दक्षिण पश्चिम से विधायक हैं। इसके साथ ही वह बीजेपी के महाराष्ट्र के अध्यक्ष भी हैं। इनका जन्म 22 जुलाई 1970 को नागपुर महाराष्ट्र में हुआ था। देवेंद्र फड़नवीस के पिता गंगाधर राव भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और जनसंघ से जुड़े थे। Read More
देवेंद्र फड़नवीस ने आरोप लगाया, ‘‘कार्यक्रम (जिसमें खालिद ने भाषण दिया) की तस्वीरों में राज्य के दो मंत्री भी दिखे। जो उसने (खालिद ने) अपने भाषण में कहा, वह दिल्ली में हुआ। यद्यपि राज्य सरकार उसके खिलाफ कार्रवाई भी नहीं कर रही है।’’ ...
मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा में शनिवार को उस समय हंगामा शुरू हो गया जब भाजपा नेता देवेंद्र फड़णवीस ने गृह विभाग की बजट मांगों पर चर्चा के दौरान सीएए और एनआरसी के मुद्दे उठाए। विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले ने सदन की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित कर द ...
पिछले वर्ष नवंबर में अजित ने तत्कालीन भाजपा मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस के साथ हाथ मिलाया था उप मुख्यमंत्री बने थे। अजित के इस कदम से न सिर्फ उनकी पार्टी बल्कि सभी राजनीतिक दल हैरान रह गए थे। बहरहाल, यह सरकार महज 80 घंटे टिकी। वह वापस राकांपा लौट ग ...
राज्य सरकार का नेशनल साइक्लोन रिस्क मिटिगेशन प्रोजेक्ट्स बैंक खाता एक्सिस बैंक में था और अब इसे एसबीआई में ट्रांसफर कर दिया गया है। महाराष्ट्र सरकार के इस फैसले को भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस पर हमले की तरह देखा जा रहा है। ...
राज्यसभा के लिए माहाराष्ट्र में भाजपा की जो सीटें खाली हो रही हैं, उसमें से एक सीट के लिए केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले का नाम तय माना जा रहा है, दूसरी सीट के लिए एकनाथ खडसे के नाम की चर्चा भी जोरों पर है। ...
अपने पहले बजट वित्त मंत्री अजित पवार ने बजट पेश करते हुए जानकारी दी कि केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने राज्य की सड़क परियोजनाओं के लिए केंद्र सरकार से धनराशि उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है। ...
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि एमवीए के घटक शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस एक-दूसरे पर विश्वास नहीं करते। ...
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने 28 नवंबर 2019 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उनके साथ छह अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली थी। शिवसेना ने भाजपा का साथ छोड़ने के बाद राकांपा और कांग्रेस से हाथ मिलाया था जो उसकी विचारधारा के विरोधी रहे हैं। ...