चंद्रयान-3 मिशन का प्रक्षेपण 14 जुलाई को होगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने घोषणा की। आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित अंतरिक्ष केंद्र से किया जाएगा। इसरो का नया प्रक्षेपण यान एलवीएम-3 चंद्र मिशन को अंजाम देगा। चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान, जिसे एलवीएम-3 (प्रक्षेपण यान मार्क-3) (पहले जीएसएलवी एमके-3 के रूप में जाना जाता था) द्वारा प्रक्षेपित किया जाएगा। यह तीन मॉड्यूल- प्रणोदन, लैंडर और रोवर का एक संयोजन है। Read More
Chandrayaan 3: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ( इसरो ) द्वारा शुक्रवार को चंद्रयान-3 को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया है। भारत ने आज अपना तीसरा चंद्रमा मिशन चंद्रयान-3 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया जिसके बाद दे ...
लैंडर को सफलतापूर्वक चांद की सतह पर उतारने के लिए इसमें कई तरह के सुरक्षा उपकरणों को लगाया गया है। इसरो इस बार कोई खतरा उठाना नहीं चाहता और यही कारण है कि अगर अनुकूल परिस्थितियां नहीं रहीं तो लैंडिंग का समय बढ़ाकर इसे सितंबर में भी किया जा सकता है। ...
चंद्रयान-3 सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित हो गया है। इसकी लैंडिंग अगले महीने चांद के सतह पर कराने की कोशिश की जाएगी। चंद्रयान-3 को शुक्रवार दोपहर 2.35 बजे श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया। ...
Chandrayaan-3 Launch Updates: अंतरिक्ष प्रक्षेपण केंद्र के दूसरे ‘लॉन्च पैड’ से अपराह्न 2.35 बजे निर्धारित समय पर धुएं का घना गुबार छोड़ते हुए शानदार ढंग से आकाश की ओर रवाना हुआ। प्रक्षेपण के सोलह मिनट बाद प्रक्षेपण माड्यूल रॉकेट से अलग हो गया। ...
शेकलटन क्रेटर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर स्थित है। शेकलटन क्रेटर (Shackleton Crater)। यह एक ऐसी जगह है जहां अब तक दुनिया के किसी भी देश ने अपना लैंडर उतारने का कारनामा नहीं किया है। ...