महान स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद ने भारत की आजादी के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। 23 जुलाई 1906 को मध्य प्रदेश भाबरा में चंद्रशेखर तिवारी का जन्म हुआ। वो पिता सीताराम तिवारी और मां जगरानी देवी की इकलौती संतान थे। किशोर अवस्था में उन्हें अपने जीवन के उद्देश्य की तलाश थी। 14 साल की उम्र में चंद्रशेखर घर छोड़कर अपना रास्ता बनाने मुंबई निकल पड़े। उन्होंने बंदरगाह में जहाज की पेटिंग का काम किया। मुंबई में रहते हुए चंद्रशेखर को फिर वही सवाल परेशान करने लगा कि अगर सिर्फ पेट ही पालना है तो क्या भाबरा बुरा था। वहां से उन्होंने संस्कृत की पढ़ाई के लिए काशी की ओर कूच किया। इसके बाद चंद्रशेखर ने घर के बारे में सोचना बंद कर दिया और देश के लिए समर्पित हो गए। Read More
Chandra Shekhar Azad Jayanti:चंद्रशेखर आजाद की जयंती के मौके पर पूरा देश उन्हें याद कर रहा है। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री से लेकर देश के तमाम नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है। महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद ने देश की आजादी के लिए अपने जीवन की आहुति ...
अमित शाह ने लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक को लेकर कहा कि लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक जी ने अपने विचारों से स्वाधीनता के लिए संघर्ष कर रहे भारत को नयी दिशा प्रदान की। ...
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के इब्राहिमपट्टी गांव में एक किसान परिवार में जन्मे चंद्रशेखर ने दस नवंबर, 1990 से 21 जून, 1991 तक की बेहद अल्प अवधि के लिए प्रधानमंत्री पद संभाला। ...
आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने कहा था कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भाजपा के कंधे का उपयोग कर राजनीति करता है.उसे सीधे चुनाव लड़ना चाहिए. इसपर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महानगर संघचालक राजेश लोया ने जवाब दिया है. ...
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने गुरुवार को कहा कि अब समय आ गया है कि इतिहास का पुनरावलोकन किया जाए और देश के स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले सरदार पटेल और नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसे नजरअंदाज कर दिए गए महापुरुषों के बलिदान को सामने लाया जाए। ...
भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को गुरुवार की रात तिहाड़ जेल से रिहा किया गया। चंद्रशेखर को पुरानी दिल्ली के दरियागंज में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। अधिकारियों ने आज यह जानकारी ...
आवेदन में दावा किया गया कि आजाद पोलुसाइथेमिया की बीमारी से पीड़ित हैं जिसमें मरीज का रक्त गाढ़ा हो जाता है। आवेदन में कहा गया कि ‘‘उनका लंबे समय से इलाज कर रहे एम्स के संबंधित चिकित्सकों से उपचार कराए जाने की जरूरत है।’’ ...