भाई दूज- कार्तिक शुक्ल की द्वितीया तिथि को भाई दूज को पर्व मनाया जाता है। भाई-बहन के इस पर्व को प्रेम और सौहार्दय का त्योहार बताया जाता है। इस दिन बहन अपने भाईयों का तिलक करती है और उनके तरक्की के लिए प्रार्थना करती है। ग्रंथों के अनुसार, कार्तिक शुक्ल द्वितीया के दिन को देवी यमुना और उनके भाई यमराज से जोड़ा जाता है। Read More
Bhai Dooj Katha in Hindi: कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथी को मनाए जाने वाले इस त्योहार का इंतजार भाई-बहनों को साल भर रहता है। इसे यम द्वितीया भी कहा जाता है। ...
मान्यता ये भी है कि जो भाई इस दिन अपने बहन के घर भोजन करता है वो साल भर हर परेशानी से दूर रहता है। किसी तरह का भय उसे नहीं सताता और उसे शत्रुओं का भी डर नहीं रहता। ...
हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथी को भाई दूज का पर्व उत्तर भारत में धूम-धाम से मनाया जाता है। इस त्योहार का इंतजार भाई-बहनों को हमेशा रहता है। इसे यम द्वितीया भी कहा जाता है। ...
दिवाली के दो दिन बाद भाई दूज को मनाया जाता है। इस खास फेस्टिवल में महिलाएं कुछ ट्रेडिशनल पहनना ही ज्यादा पसंद करती हैं। अगर आप भी भाई दूज के मौके पर कुछ अलग ट्रेडिशनल पहनना चाहती हैं तो हम आपको कुछ आइडिया दे रहे हैं जिन्हें ट्राई कर एक अलग लुक में नज ...
Tika Lagane Ka Tarika: कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथी को मनाए जाने वाले भाई दूज के त्योहार का इंतजार भाई-बहनों को हमेशा से रहता है। इसे यम द्वितीया भी कहा जाता है। ...
Somvati Amavasya: सोमवती अमावस्या को अश्वत्थ प्रदक्षिणा व्रत भी कहा जाता है। अश्वत्थ का मतलब होता है कि पीपल का पेड़ और प्रदक्षिणा मतलब परिक्रमा। भारत में इस तिथि पर महिलाएं पीपल के पेड़ या तुलसी के पौधे की पूजा करती हैं। ...
पंचांग के अनुसार इस बार अमावस्या तिथि रविवार 12:23 बजे शुरू होकर सोमवार सुबह 09:08 बजे तक है। इसलिए इस बार सोमवार का महत्व बढ़ गया है। इसलिए इस बार साधकों और व्रतधारियों के लिए यह पर्व बहुत की शुभ है। ...