बसंत पंचमी का त्योहार माघ माल के शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है। इस दिन विशेष रूप से माता सरस्वती की पूजा की परंपरा है। साथ ही भगवान विष्णु की भी पूजा कई जगहों पर की जाती है। ये बसंत ऋतु के आगमन का भी प्रतीक है। उत्तर भारत में इस दिन पीले वस्त्र पहने की भी परंपरा है। Read More
हिंदू मान्यताओं के अनुसार बसंत पंचमी का पर्व हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। ये वसंत के मौसम की शुरुआत का भी दिन माना जाता है। इस दिन ज्ञान की देवी माता सरस्वती की पूजा करने की परंपरा है।ऐसी मान्यता है कि इसी दिन माता सरस ...
Vivah Muhurat in 2021: इस साल लग्न के बहुत कम मुहूर्त हैं। जनवरी-फरवरी में केवल एक-एक दिन का मुहूर्त है। इसके बाद अप्रैल तक इंतजार करना होगा। अगस्त, सितंबर और अक्टूबर में भी विवाह कोई मुहूर्त नहीं है। ...
Basant Panchami 2021: माता सरस्वती को समर्पित बसंत पंचमी का पर्व इस बार 16 फरवरी को पड़ रहा है। बसंत पंचमी हिंदी कैलेंडर के अनुसार हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। ...
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माघ मेले के स्नान पर्व बसंत पंचमी पर बृहस्पतिवार सुबह यहां गंगा में डुबकी लगाकर गंगा आरती की और इसके बाद पतंग उड़ाकर बसंत पंचमी का पर्व मनाया।पतंगबाजी के पर्व में मुख्यमंत्री के साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ...
Basant Panchami: दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन औलिया की दरगाह पर बसंत पंचमी का त्योहार मनाने की परंपरा करीब 700 साल पुरानी है। ये आयोजन अब भी जारी है। ...
हाथों में पीले फूल, सिर पर पीला साफा, कंधे पर पीला अगरखा, दरगाह पर चढ़ाने के लिए पीली चादर और मुंह में बसंत की कव्वाली। ये नजारा है दिल्ली स्थित हजरत निजामुद्दीन औलिया की दरगाह का। यहां बसंत पंचमी का त्यौहार बहुत धूमधाम से मनाया गया। बताया जाता है कि ...