कोरोना महामारीः सरस्वती पूजा में नहीं बजेगा डीजे, मूर्ति विसर्जन पर भी रोक
By एस पी सिन्हा | Published: February 12, 2021 06:25 PM2021-02-12T18:25:45+5:302021-02-12T18:26:38+5:30
पटना जिला प्रशासन ने नगर निगम को निर्देश दिया है कि मूर्तियों के विसर्जन के लिए कृत्रिम तालाब बनाए जाएं.
पटनाः बिहार में सरस्वती पूजा के दौरान डीजे बजाने की अनुमति नहीं होगी. डीजे बजाने और गंगा नदी में मूर्ति विसर्जन पर भी पूरी तरह से रोक लगा दिया गया है.
पटना जिला प्रशासन ने नगर निगम को निर्देश दिया है कि मूर्तियों के विसर्जन के लिए कृत्रिम तालाब बनाए जाएं. यह सख्ती राज्य सरकार ने कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए लगाई हैं. इसके लिए नई गाइडलाइंस जारी कर की गई हैं. नई गाइडलाइंस के तहत अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए भी आयोजकों को प्रशासन से अनुमति लेनी होगी.
17 फरवरी के दिन में ही मूर्ति का विसर्जन करना होगा
साथ ही पूजा के अगले दिन यानी 17 फरवरी के दिन में ही मूर्ति का विसर्जन करना होगा. डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया. बैठक के बाद जिला प्रशासन ने सरस्वती पूजा के लिए गाइडलाइन जारी की है. शिक्षण संस्थानों जैसे-स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान में कोविड-19 के नियमों के तहत पूजा के आयोजन की अनुमति दे दी है. डीएम ने विश्वविद्यालय प्रशासन एवं कॉलेज प्रशासन को निर्देश दिया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए ऐसे किसी सांस्कृतिक कार्यक्र म का आयोजन नहीं कराएं, जिसमें डीजे का इस्तेमाल हो.
सैनेटाइजर, मास्क आदि का प्रयोग कराया जाए
जहां पूजा-पाठ हो, वहां सैनेटाइजर, मास्क आदि का प्रयोग कराया जाए. डीएम ने कहा कि कोरोना वायरस से संक्र मण का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है. इसीलिए सुरक्षा की दृष्टि से इसका आयोजन बहुत जरूरी है.डीएम ने सभी एसडीओ, डीएसपी एवं थाना प्रभारियों को निर्देश दिया है कि अपने-अपने क्षेत्र में शांति समिति की बैठक करें और पूजा समितियों को आदेश का अनुपालन करने के लिए कहें.
डीएम ने बताया कि सरस्वती पूजा के दौरान कहीं भी ऐसे कार्यक्र म के आयोजन की अनुमति नहीं दी जाएगी, जिसमें अधिक भीड़भाड़ हो. अश्लील गाना बजाने पर पूर्णतया रोक है. इसकी प्रभावी मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया गया है. सांस्कृतिक कार्यक्र मों के आयोजन के लिए अनुमति लेने का निर्देश दिया गया है.
सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ -भाड़ नहीं लगाना
कोविड के वर्तमान दौर में सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ -भाड़ नहीं लगाना है. इसकी प्रभावी मॉनिटरिंग कराने का निर्देश थाना प्रभारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी को दिया गया है. बता दें कि 16 फरवरी को सरस्वती पूजा है और इसे बिहार, झारखंड और यूपी में काफी धूमधाम से मनाया जाता है.
जुलूस के लिए रूट तय किए जाएंगे असामाजिक तत्वों पर पुलिस की विशेष नजर रखी जाएगी. जिलाधिकारी ने जुलूस का रूट तय करने, शांति व्यवस्था बनाए रखने तथा आवश्यक निरोधात्मक कार्रवाई करने का सख्त निर्देश दिया है.
सामाजिक तनाव पैदा करने वाले उपद्रवी तत्वों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. पूजा के शांतिपूर्ण आयोजन तथा विधि व्यवस्था संधारण हेतु जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की जाएगी.