न्यूयॉर्क, 09 सितंबर: अपने 24वें ग्रैंड स्लैम खिताब की तलाश में उतरी अमेरिका की स्टार खिलाड़ी सेरेना विलियम्स को यूएस ओपन 2018 के फाइनल में जापान की नाओमी ओसाका से हार झेलनी पड़ी। लेकिन इस विवादों से घिरे इस नाटकीय फाइनल में सेरेना विलियम्स का अंपायर पर भड़कना और इसके लिए उनका अंक गंवाना ओसाका के ग्रैंड स्लैम जीतने वाली पहली जापानी महिला बनने के ऐतिहासिक पल पर भारी पड़ गया।
ये विवाद ओसाका के पहला सेट 6-2 से जीतने के बाद दूसरे सेट में तब शुरू हुआ जब चेयर अंपायर कार्लोस रामोस ने सेरेना को दर्शक दीर्घा में मौजूद अपने कोच से टिप्स लेने के लिए नियमों के उल्लंघन की चेतावनी दी। हालांकि सेरेना ने इससे इनकार किया और कहा कि वे कभी भी बेईमानी नहीं करती हैं।
ये तब हुआ जब सेरना ने वापसी करते हुए मैच में पहली बार ओसाका पर 3-1 की बढ़त बना ली थी। लेकिन जल्द ही ओसाका ने वापसी करते हुए सेरेना की सर्विस तोड़ते हुए वापसी कर ली। जिससे नाराज सेरेना ने रैकेट जमीन पर गुस्से से पटकते हुए तोड़ दिया जिससे उन्हें दूसरी चेतावनी मिली और एक अंक की पेनल्टी लगी।
सेरेना इससे अपना आपा खो बैठीं और रोते हुए चेयर अपंयार से बहस करने लगीं और उन्हें 'चोर' और 'झूठा' कह दिया, जिसे उन्हें तीसरी चेतावनी और एक और अंक की पेनल्टी लगी और स्कोर 5-3 से ओसाका के पक्ष में हो गया, जिसे ओसाका ने आसानी से 6-4 से अपने नाम कर लिया और सीधे सेटों में 6-2, 6-4 से जीत दर्ज करते हुए अपना पहला ग्रैंड स्लैम जीत लिया।
सेरना ने अंपायर से उन पर जुर्माना लगाने के लिए माफी मांगने की मांग की और मैच के बाद टेनिस के खेल में लिंगभेद का आरोप लगाते हुए महिला और पुरुष खिलाड़ियों के साथ अलग-अलग व्यवहार किए जाने की बात कही।
यूएस ओपन फाइनल में सेरेना के साथ हुई इस घटना के बाद कई स्टार खिलाड़ी और फैंस सोशल मीडिया उनके पक्ष में आ खड़े हुए कइयों ने तो ये भी कहा कि अगर ये किसी पुरुष खिलाड़ी का मैच होता तो उसके साथ ये नहीं होता।
सोशल मीडिया में कई लोगों ने सेरेना के टेनिस में लिंगभेद के आरोप को सही बताया और फाइनल में हार के बावजूद मैदान में उनके शानदार प्रयास की तारीफ की।
सेरेना ने कहा, ये मुझे हैरान करता है, लेकिन मैं महिलाओं के लिए लड़ना जारी रखूंगी। ओसाका ने अपनी बचपन की हीरो सेरेना विलियम्स के खिलाफ जीत दर्ज करते हुए इतिहास रच दिया।