मद्रास: केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को आईआईटी मद्रास में 5जी कॉल की सफल परीक्षण किया। उन्होंने इस 5जी तकनीकी के बारे बताया कि, " यह संपूर्ण एंड टू एंड नेटवर्क है जिसे भारत में डिजाइन और विकसित किया गया है।"
केंद्रीय मंत्री ने इस तकनीक को विकसित करने वाली टीम को बधाई देते हुए कहा, हमें IIT-मद्रास टीम पर गर्व है जिसने 5G टेस्ट पैड विकसित किया है जो संपूर्ण 5G विकास पारिस्थितिकी तंत्र और हाइपरलूप पहल को बड़े अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने कहा, रेल मंत्रालय हाइपरलूप पहल का पूरा समर्थन करेगा।
बता दें कि इससे पहले बुधवार को केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि 5जी सेवाओं के लिए लगभग पूरी तैयारियां हो गई हैं। यह सेवा सितंबर-अक्तूबर तक शुरू हो जाएगी।
ट्राई (TRAI) के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि डिजिटल अंतर को पाटना एक ऐसी दुनिया में और भी अहम हो गया है, जहां तकनीक आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इसलिए सरकार भी समावेशी विकास सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास कर रही है।
उन्होंने भरोसा दिलाया कि यह तकनीक अच्छी और कम लागत के साथ बेहतर गुणवत्ता वाली होगी। ट्राई चेयरमैन पीडी वाघेला के द्वारा यह जानकारी दी गई थी कि शुरुआती स्तर पर भारत के 13 शहरों में 5जी सेवाएं शुरू होंगी। उसके बाद चरणबद्ध तरीके से इसे पूरे देश में शुरू किया जाएगा।