नई दिल्ली, 17 जुलाई: गूगल ने मंगलवार को प्रसिद्ध ज्योतिषी और फिजिक्स के प्रोफेसर Georges Henri Joseph Édouard Lemaître को Doodle बनाकर उनके 124वें जन्मदिन पर याद किया है। जॉर्ज लेमैत्रे एक कैथोलिक यूनिवर्सिटी ल्यूवेन में में फिजिक्स के प्रोफेसर थे। इसके अलावा इन्हें 'बिग बैंग थ्योरी' का जनक भी कहा जाता है। जॉर्ज लेमैत्रे बेल्जियम के रहने वाले थे और उन्होंने प्रथम विश्व युद्ध में भी हिस्सा लिया था।
Georges Lemaître ने सैद्धांतिक आधार पर दावा किया था कि ब्रह्मांड का विस्तार हो रहा है। इस बात की पुष्टि बाद में Edwin Hubble द्वारा भी की गई। जिसे आज Hubble law के नाम से जाना जाता है उसको प्राप्त करने वाले यह पहले व्यक्ति थे। जिसे आज हबल कॉन्सटैंट कहा जाता है उसका सबसे पहला अनुमान इन्होंने ही लगाया था। इस बात की जानकारी सबसे पहले 1931 में प्रकाशित हुई थी।
Georges Lemaître का जन्म 17 जुलाई 1894 को बेल्जियम में हुआ था। 17 साल की उम्र में इन्होंने कैथोलिक यूनिवर्सिटी, ल्यूवेन से सिविल इंजिनियरिंग की पढ़ाई शुरू कर दी थी। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान वे बेल्जियम की सेना में भी रहे। युद्ध के बाद उन्होंने फिजिक्स और मैथमेटिक्स की पढ़ाई की और पादरी भी बन गए। 1923 में यूनिवर्सिटी ऑफ कैम्ब्रिज से ग्रेजुएट हुए और उसके बाद वे मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में अध्ययन किया। 1933 में दुनिया भर के बड़े-बड़े वैज्ञानिक उनका लेक्चर सुनने के लिए कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में जुटे थे। इस मौके पर वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टाइन (Albert Einstein) भी मौजूद थे। आइंस्टाइन और लेमैत्रे 1927 में पहली बार मिले थे, और अच्छे दोस्त भी बन गए थे।
1936 में इनको पॉन्टिफिकल अकेडमी ऑफ साइंस के सदस्य के तौर पर चुना गया। 1941 में इन्हें रॉयल अकेडमी ऑफ साइंस ऐंड आर्ट्स ऑफ बेल्जियम का सदस्य भी चुना गया। इनके कार्यो के लिए कई बार सम्मानित भी किया गया। 17 मार्च 1934 को इन्हें किंग ल्योप्लॉड 3 द्वारा फ्रैंक्वी प्राइज दिया गया जो बेल्जियम के सर्वोच्च साइंटिफिक अवॉर्ड में गिना जाता है। 1953 में इनको रॉयल ऐस्ट्रोनॉमिकल सोसायटी द्वारा एडिंग्टन मेडल से सम्मानित किया गया। 20 जून 1966 को Georges Lemaître का निधन हो गया।