भारत में टेलीकॉम क्रांति के जनक रहे अटल बिहारी वाजपेयी
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: August 16, 2018 03:40 PM2018-08-16T15:40:12+5:302018-08-16T15:40:12+5:30
वो अटल जी ही थी जिन्होंने देश को नई टेलीकॉम नीति दी। वाजपेयी जी की टेलीकॉम नीति को भारत में टेलीकॉम क्रांति के नाम से भी जाना जाता है।
नई दिल्ली,16 अगस्त: देश में मोबाइल क्रांति के जनक अटल बिहारी वाजपेयी को माना जाता है। अटल ने ही देश की इकॉनोमिक पोटेंशियल से पूरे विश्व को परिचित कराया। वाजपेयी जी के शासनकाल में ही भारत में टेलीकॉम क्रांति की शुरूआत हुई। टेलीकॉम से संबंधित कोर्ट के मामलों को तेजी से निपटाया गया और ट्राई की सिफारिशें लागू की गईं। स्पैक्ट्रम का आवंटन इतनी तेजी से हुआ कि मोबाइल के क्षेत्र में क्रांति की शुरूआत हुई।
बताया जाता है कि उनके कार्यकाल में टेलीकॉम से संबंधित कोर्ट के मामलों को तेजी से निपटाया गया, जिसके बाद ट्राई की सिफारिशें लागू किया गया। स्पैक्ट्रम का आवंटन इतनी तेजी से हुआ कि मोबाइल के क्षेत्र में क्रांति की शुरुआत हो गई। धीरे-धीरे पूरे भारत में मोबाइल फोन से लोग एक-दूसरे से जुड़ने लगे और बातचीत का संचार तेज हो गया।
वो अटल जी ही थी जिन्होंने देश को नई टेलीकॉम नीति दी। वाजपेयी जी की टेलीकॉम नीति को भारत में टेलीकॉम क्रांति के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने टेलीकॉम कंपनियों के कई नीतियां और कानून तैयार किए। भारत संचार निगम लिमिटेड के लिए एक अलग पॉलिसी बनाई गई। सरकार ने विदेश संचार निगम लिमिटेड के आधिपत्य को खत्म किया।
वाजपेयी सरकार अपनी नई टेलीकॉम पॉलिसी के तहत टेलीकॉम फर्म्स के लिए एक तय लाइसेंस फीस हटाकर रेवन्यू शेयरिंग की व्यवस्था लेकर लाई थी। भारत संचार निगम का गठन भी पॉलिसी बनाने और सर्विस के प्रविशन को अलग करने के लिए इस दौरान किया गया था। वाजपेयी की सरकार ने अंतरराष्ट्रीय टेलिफोनी में विदेश संचार निगम लिमिटेड के एकाधिकार को पूरी तरह खत्म कर दिया था।