स्मार्टफोन से जुड़ी ऐसी 8 झूठी बातें जिसे आप आज तक मानते हैं सच, जानें पूरी डिटेल

By जोयिता भट्टाचार्या | Published: November 25, 2018 08:04 AM2018-11-25T08:04:01+5:302018-11-25T08:04:01+5:30

आपने कई बार सुना होगा कि रातभर फोन को चार्ज पर लगाकर नहीं सोना चाहिए इससे फोन की बैटरी पर असर पड़ता है। आज आपको ऐसी ही सुनी हुई अफवाहों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनको आप आज तक सच मानते हुए आ रहे हैं...

8 Biggest Myths about Smartphones, you must know | स्मार्टफोन से जुड़ी ऐसी 8 झूठी बातें जिसे आप आज तक मानते हैं सच, जानें पूरी डिटेल

8 Biggest Myths about Smartphones

मौजूदा समय में स्मार्टफोन का इस्तेमाल हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का खास हिस्सा बन चुका है। भले ही आपको स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हुए कितना समय हो गया हो लेकिन हर रोज आपको स्मार्टफोन से जुड़ी एक नई जानकारी मिलती है। इसे आप मिथ कह लें या सच लेकिन ऐसी कई बातें है जिन पर यूजर आखें बंद करके यकीन कर लेते हैं। जैसे कि आपने कई बार सुना होगा कि रातभर फोन को चार्ज पर लगाकर नहीं सोना चाहिए इससे फोन की बैटरी पर असर पड़ता है। आज आपको ऐसी ही सुनी हुई अफवाहों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनको आप आज तक सच मानते हुए आ रहे हैं...

बैटरी

smartphone-battery
smartphone-battery

बता दें इस तरह की बातें सिर्फ अफवाएं है कि बैटरी को जब चार्ज करो जब तक फुल न हो जाए। नए फोन को यूज़ करने से पहले उसकी बैटरी फुल चार्ज करो या फिर ज्यादा एमएएच की बैटरी अच्छी होती है।

ब्राइटनेस

Image result for smartphone brightness

आजकल सभी स्मार्टफोन में ऑटो ब्राइटनेस का ऑप्शन होता है लेकिन कई लोगों का मानना यह है कि ऐसा करने से फोन की बैटरी जल्द खत्म होती हैं, जबकि ऑटो ब्राइटनेस का मतलब यह है कि जब आप धूप में होंगे तो ब्राइटनेस खुद तेज हो जाती हैं लेकिन अगर आप नॉर्मल जगह पर है इसकी ब्राइटनेस खुद कम हो जाती है।

रातभर की चार्जिंग

Related image

अक्सर आपने सुना होगा कि रातभर फोन चार्ज करने से फोन की बैटरी खराब हो जाती है लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है बल्कि फुल चार्ज हो जाने पर चार्जर करंट नहीं लेता है।

स्मार्टफोन का कैमरा

Image result for smartphone camera

ऐसा बिलकुल नहीं कि जिस फोन का कैमरा ज्यादा मेगापिक्सल का होगा उतनी ही तस्वीर अच्छी आएगी। जबकि सच्चाई यह है कि बेहतर तस्वीर के लिए मेगापिक्सल के साथ-साथ अपर्चर जैसी चीजें भी जिम्मेवार होती हैं।

थर्ड पार्टी ऐप

Mobile App
Mobile App

कई लोग यह सोचने लगते है कि थर्ड पार्टी ऐप को डाउनलोड करने से फोन में वायरस आते हैं। जबकि यह बात पूरी तरह सच नहीं है क्योंकि अगर आप प्लेस्टोर से भी ऐप डाउनलोड करते है तो उसके साथ भी मैलवेयर आ जाते हैं।

बैकग्राउंड ऐप

Image result for smartphone background running app

ज्यादातर लोगों का यह मानना है कि फोन के बैकग्राउंड में चल रहे ऐप को बंद करने से बैटरी जल्दी खत्म नहीं होती और फोन भी हैंग नहीं होता है लेकिन यह बात सच नहीं। बैकग्राउंड में अगर कोई ऐप खुली हुई तो उसे दोबारा ओपन करने पर वह जल्दी खुलती है और फोन में हैंग भी नहीं आती।

चार्जर

Image result for smartphone charger

अक्सर लोगों को यह कहते हुए सुना होगा कि दूसरे चार्जर से फोन को कभी चार्ज नहीं करना चाहिए ऐसा करने से फोन का चार्जिंग जैक खराब हो जाता है, जबकि यह बात सच नहीं है। आप किसी भी फोन के चार्जर से फोन चार्ज कर सकते हैं बस इस बात का ध्यान रखें कि उस चार्जर की क्षमता आपकी कंपनी के फोन के चार्जर के बराबर हो।

मोबाइल सिग्नल

Image result for calling

जब कॉल पर बात करते-करते अचानक से आवाज न आएं या कॉल कट हो जाए तो आप सबसे पहले अपने फोन के सिग्नल चेक करते हैं। बता दें भले ही फोन में सिग्नल पूरे आ रहे हैं लेकिन असल में सच्चाई यह है कि सिग्नल की क्वालिटी डेसीबल पर निर्भर करती है।

English summary :
Smartphones has become an essential part of our daily lives. There is always some new information related to the smartphone. But still there are many things on which the user believe without knowing how valid that point. Here are some myths regarding smartphones which you also must have heard or still believe.


Web Title: 8 Biggest Myths about Smartphones, you must know

टेकमेनिया से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे