Char Dham Yatra Tour Package 2019: चारधाम यात्रा के लिए सस्ते टूर पैकेज, जानें कीमत, होटल, खाना, लोकेशन
By उस्मान | Published: May 10, 2019 03:16 PM2019-05-10T15:16:38+5:302019-05-10T15:47:01+5:30
हिंदूओं की प्रसिद्ध तीर्थ यात्रा 'चारधाम यात्रा' 7 मई से शुरू हो गई है, जो 29 अक्टूबर तक चलेगी। इस धार्मिक यात्रा के दौरान हिंदू समुदाय के लोग उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बसे भगवन भोलेनाथ के मंदिर यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ में पूजा अर्चना करते हैं।
हिंदूओं की प्रसिद्ध तीर्थ यात्रा 'चारधाम यात्रा' 7 मई से शुरू हो गई है, जो 29 अक्टूबर तक चलेगी। इस धार्मिक यात्रा के दौरान हिंदू समुदाय के लोग उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बसे भगवन भोलेनाथ के मंदिर यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ में पूजा अर्चना करते हैं। 10 मई तक सभी मंदिरों के कपाट खुल गए हैं और हजारों श्रद्धालु भगवान शिवाजी के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।
हर साल चारधाम यात्रा का भोलेनाथ के भक्तों को बेसब्री से इंतजार रहता है। छह माह तक चलने वाली इस यात्रा के दौरान देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं। सर्दियों में भारी हिमपात और भीषण ठंड की चपेट में रहने के कारण चारधाम के कपाट हर साल अक्टूबर-नवंबर में श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिये जाते हैं।
चारधाम यात्रा के लिए पैकेज (Char Dham Yatra Travel Packages)
अगर आप चारधाम यात्रा पर जाने का प्लान बना रहे हैं, तो आप अपनी सुविधा के लिए पैकेज भी ले सकते हैं। उत्तराखंड टूरिज्म भक्तों को विभिन्न दिनों के लिए अलग-अलग टूर पैकेज दे रहा है, जो ऋषिकेश और हरिद्वार से शुरू होंगे। इसमें अलग-अलग दिनों के लिए पैकेज शामिल हैं। सभी पैकेज में नॉन एसी बसें और कई पैकेज में इन्नोवा कार शामिल है। पूरी जानकारी के लिए आप राज्य सरकार के पर्यटन विभाग की वेबसाइट uttarakhandtourism.gov.in पर जा सकते हैं। यहां देखें सभी पैकेज-
मान्यता है कि यदि एक ही यात्रा में चारों धामों के दर्शन करने हों तो पहले यमुनोत्री, फिर गंगोत्री उसके बाद केदारनाथ और आखिर में बदरीनाथ जाना चाहिए। समुद्र तल से 3293 मी. यानी 10804 फीट की ऊंचाई पर स्थित यमुनोत्री धाम, चार धाम यात्रा का पहला तीर्थ है। इसके बाद गंगोत्री धाम है, जो समुद्र तल से 3415 मी. ऊंचाई पर स्थित है। इसके बाद केदारनाथ है, जो भगवान शंकर का यह पावन धाम समुद्र तल से 3553 मी. की ऊंचाई पर स्थित है।यह 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। आखिरी मंदिर बद्रीनाथ धाम है, जो 3300 मी. की ऊंचाई पर स्थित भगवान विष्णु को समर्पित है।