जम्मू: नववर्ष की खुशियां मनाने वैष्णो देवी आने वाले श्रद्धालुओं को इस बार समस्याओं से दो चार होना पड़ेगा क्योंकि रोपवे मुद्दे पर 30 दिसम्बर तक बढ़ाई ई हड़ताल के और बढ़ने की आशंका इसलिए है क्योंकि न ही फिलहाल श्राइन बोर्ड ने संघर्ष समिति के सदस्यों को बातचीत के लिए बुलाया है और न ही हिरासत में लिए गए युवकों को रिहा करने का कोई संकेत दिया है।
ऐसे में अगर आप नववर्ष के आसपास परिवार के साथ माता वैष्णो देवी की यात्रा पर आ रहे हैं तो आपके लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि यात्रा मार्ग पर अगले तीन दिन और घोड़ा, पिट्ठू या पालकी सेवा नहीं मिलेगी। कटड़ा व भवन मार्ग पर व्यापारिक प्रतिष्ठान भी बंद रहेंगे। हालांकि श्राइन बोर्ड की बैटरी कार और हेलीकाप्टर सेवा जारी है।
यह हड़ताल आगे बढ़ाए जाने की धमकी संघर्ष समिति दे रही है। पर मामला ठंडा पड़ता इसलिए नजर नहीं आ रहा है क्योंकि श्राइन बोर्ड के सीईओ अंशुल गर्ग कहते थे कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए शुरू किया गया रोपवे का निर्माण नहीं रुकेगा।
हालांकि आज श्री माता वैष्णो देवी तीर्थस्थल (एसएमवीडीएस) तक रोपवे परियोजना के निर्माण को लेकर विवाद ने एक नाटकीय मोड़ ले लिया है जब संघर्ष समिति के कुछ सदस्यों ने तीर्थस्थल बोर्ड को भंग करके इसके मामलों को सनातन धर्म के अधिकारियों को सौंपने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि बोर्ड भक्तों की अपेक्षाओं को पूरा करने में विफल रहा है।
पूर्व सांसद और श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति के सदस्य पूर्व मंत्री जुगल किशोर शर्मा ने कहा कि श्री माता वैष्णो देवी तीर्थस्थल बोर्ड को उपराज्यपाल, आईएएस अधिकारी और अन्य अधिकारी चला रहे हैं और सरकार करोड़ों रुपये कमा रही है। उन्हें तीर्थयात्रा से जुड़े लोगों की धार्मिक भावनाओं की कोई परवाह नहीं है।
उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के संतों और अयोध्या जैसे क्षेत्र के लोगों के नेतृत्व में एक बोर्ड बनाना बेहतर है, जहां सरकार का तीर्थस्थल के मामलों पर कोई नियंत्रण नहीं है। समिति ने त्रिकुटा पहाड़ियों में प्रस्तावित रोपवे परियोजना को रद्द करने की भी मांग की है, क्योंकि उन्हें चिंता है कि इससे कुलियों, टट्टू वालों, दुकानदारों और होटल व्यवसायियों की आजीविका छिन जाएगी। वैष्णो देवी मंदिर में साल भर श्रद्धालु आते हैं।
इस बीच रियासी जिले की त्रिकुटा पहाड़ियों में प्रस्तावित रोपवे परियोजना के खिलाफ बंद शनिवार को चौथे दिन भी जारी रहा। प्रदर्शनकारियों ने कटड़ा में पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए कई लोगों की रिहाई के लिए भूख हड़ताल जारी रखी। जम्मू चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज ने संघर्ष समिति को अपना समर्थन दिया है और प्रशासन से बातचीत के जरिए इस मुद्दे को सुलझाने का आग्रह किया है।
दरअसल कटड़ा में यात्रा मार्ग पर तारकोट मार्ग से सांझीछत्त के बीच बन रही रोपवे परियोजना का विरोध कर रही संघर्ष समिति ने कल अपने 72 घंटे के बंद के आह्वान को 30 दिसंबर तक बढ़ा दिया था। समिति हिरासत में लिए अपने सदस्यों को रिहा करने व रोपवे का काम बंद करने की मांग कर रही है। इसको लेकर कटड़ा के भूख-हड़ताल व प्रदर्शन जारी हैं।
हालांकि श्रद्धालुओं को परेशानी न हो, इसके लिए सभी प्रबंध किए गए हैं। शनिवार से कटड़ा रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड में दो लंगर शुरू किए जा रहे हैं। इसके अलावा चाय और दूध भी श्रद्धालुओं को उपलब्ध करवाया जा रहा है।