Solar Eclipse 2019: इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर (गुरुवार) को पड़ने जा रहा है। ये इस साल का दूसरा पूर्ण सूर्यग्रहण होगा और भारत समेत कई देशों में देखा जा सकेगा। इससे पहले दो जुलाई को पूर्ण सूर्य ग्रहण लगा था। चंद्र या सूर्य ग्रहण को लेकर हमारे समाज में कई तरह की मान्यताएं हैं। खासकर ग्रहण और सूतक काल में कई ऐसे कार्य हैं जिसे करने की मनाही होती है। इसमें खान-पान से लेकर मूर्ति नहीं छूने और मंदिर के पट बंद रखने जैसी मान्यताएं शामिल हैं। यही नहीं, गर्भवती महिलाओं को लेकर कुछ खास तरह की सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
Solar Eclipse 2019: सूर्य ग्रहण में गर्भवती महिलाएं किन बातों का रखें ध्यान
विज्ञान भी कहता है कि सूर्य ग्रहण को खुले आंखों से नहीं देखना चाहिए। यही नियम गर्भवती महिलाओं के साथ भी है। मान्यताओं के अनुसार साथ ही उन्हें ग्रहण के दौरान घर से बाहर नहीं जाना चाहिए। ऐसा इसलिए कि ग्रहण के दौरान सूर्य से आ रही हानिकारक रोशनी असर गर्भ में पल रहे बच्चों पर पड़ सकता है। मान्यताओं के अनुसार सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं के सोने की भी मनाही होती है। इस दौरान महिलाओं को टहलना चाहिए या फिर अपने अराध्य का ध्यान करें।
Solar Eclipse 2019: सूर्य ग्रहण के दौरान नहीं करें ये काम भी
मान्यताओं के अनुसार ग्रहण के समय किसी भी प्रकार का भोजन पकाने की मनाही होती है। साथ ही इस दौरान खाना भी नहीं खाना चाहिए। हालांकि, गर्भवती महिलाएं फलाहार कर सकती हैं। हिंदू मान्यताओं के अनुसार ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को कुछ काटने आदि का का भी करने से बचना चाहिए। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास पर असर पड़ता है। विज्ञान हालांकि इन मान्यताओं के पक्ष में नहीं है।
Solar Eclipse 2019 Date: भारत में सूर्य ग्रहण का समय
भारतीय समय के अनुसार ये सूर्य ग्रहण सुबह 8.04 बजे से शुरू होगा और दोपहर 11 बजकर 13 मिनट पर खत्म होगा। सुबह करीब 9 बजकर 25 मिनट का वो वक्त होगा जब चांद पूरी तरह से सूर्य को ढक लेगा। करीब 3 मिनट 12 सेकेंड के बाद सूर्य एक बार फिर धीरे-धीरे चांद की ओट से बाहर आने लगेगा। इस प्रक्रिया में कुछ समय लगेगा और सूर्य ग्रहण आखिरकार सुबह 11.04 बजे खत्म हो जाएगा। इस सूर्य ग्रहण को अफगानिस्तान, पाकिस्तान, भारत, चीन समेत पूर्वी एशिया के बड़े हिस्से में देखा जा सकेगा।
Solar Eclipse 2019 Sutak time: सूर्य ग्रहण का सूतक का समय
मान्यता है कि सूर्य ग्रहण के समय 12 घंटे और चंद्र ग्रहण के दौरान 9 घंटे पूर्व से ही सूतक काल आरंभ हो जाता है और ग्रहण खत्म होने तक यह जारी रहता है। ऐसे में इस बार यानी 26 दिसंबर को लगने जा रहे है सूर्य ग्रहण का सूतक काल 25 दिसंबर को ही शाम 8 बजे से शुरू हो जाएगा और ग्रहण तक जारी रहेगा। सूर्य ग्रहण के सूतक काल में किसी भी शुभ काम को करने की मनाही होती है। साथ ही मंदिरों के भी पट बंद कर दिये जाते हैं।