Shradh 2024: हिंदू परंपरा में पितृ पक्ष बहुत मायने रखता है। ऐसे में इस अवधि के दौरान नई वस्तुओं, विशेष रूप से मूल्यवान वस्तुओं को खरीदने से बचना है। यह परहेज पूर्वजों का सम्मान करता है और भौतिक संपत्तियों की क्षणभंगुरता को स्वीकार करता है।
ऐसा माना जाता है कि नया सामान खरीदने से सकारात्मक ऊर्जा आकर्षित होती है, जो पूर्वजों को श्रद्धांजलि देने की गंभीरता से ध्यान भटका सकती है। खरीदारी से बचकर, व्यक्ति आध्यात्मिक विकास, आत्मनिरीक्षण और सांसारिक लगाव से मुक्ति पर ध्यान केंद्रित करते हैं। इस वर्ष पितृ पक्ष 17 सितंबर 2024 को शुरू हो चुका है और 2 अक्टूबर 2024 को समाप्त होगा।
पितृ पक्ष के दौरान इन 5 चीजों को खरीदने से बचें
पितृ पक्ष के दौरान पितरों को नाराज करने से बचने और आध्यात्मिक विकास को बढ़ावा देने के लिए इन 5 वस्तुओं को खरीदने से बचें:
1. नए वाहन और संपत्ति
पितृ पक्ष के दौरान नए वाहन, घर या संपत्ति खरीदने से बचें। हिंदू धर्मग्रंथ ऐसी खरीदारी को अशुभ, संभावित रूप से पूर्वजों को अप्रसन्न करने वाला मानते हैं। नए अधिग्रहण सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकते हैं, जिससे पैतृक पूजा से ध्यान भटक सकता है। खरीदारी में देरी करने से आध्यात्मिक विकास पर ध्यान केंद्रित होता है। सर्वोत्तम आध्यात्मिक लाभ के लिए सर्व पितृ अमावस्या तक खरीदारी स्थगित रखें।
2. मूल्यवान आभूषण और विलासिता की वस्तुएं
पितृ पक्ष के दौरान कीमती आभूषण, महंगे कपड़े या विलासिता का सामान खरीदने से बचना चाहिए। ये खरीदारी सांसारिक संपत्तियों के प्रति लगाव का प्रतीक है, जो उस अवधि के आध्यात्मिक सार का खंडन करती है। भौतिक लाभों पर ध्यान केंद्रित होने से पूर्वज उपेक्षित महसूस कर सकते हैं।
विलासितापूर्ण खरीदारी से बचकर, व्यक्ति पैतृक पूजा को प्राथमिकता देते हैं, वैराग्य विकसित करते हैं और ऊर्जा को आत्म-चिंतन की ओर पुनर्निर्देशित करते हैं।
3. इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल उपकरण
पितृ पक्ष के दौरान इलेक्ट्रॉनिक गैजेट, डिजिटल उपकरण या उपकरण खरीदने से बचें। हिंदू परंपरा ऐसी खरीदारी को आध्यात्मिक विकास में बाधा के रूप में देखती है, जो संभावित रूप से पारिवारिक सद्भाव को बाधित करती है। इलेक्ट्रॉनिक खरीदारी में देरी करके, व्यक्ति आत्म-चिंतन, प्रार्थना और पैतृक संबंध के लिए अनुकूल वातावरण बनाए रखते हैं।
4. फर्नीचर और घर की साज-सज्जा
पितृ पक्ष के दौरान नया फर्नीचर, घर की साज-सज्जा या नवीकरण सामग्री खरीदना स्थगित कर दें। हिंदू धर्मग्रंथ ऐसी खरीदारी को अशुभ मानते हैं, जो संभावित रूप से घरेलू ऊर्जा को बदल देती है। नए अधिग्रहण पैतृक पूजा को बाधित कर सकते हैं, जिससे आध्यात्मिक चिंतन के लिए अनुपयुक्त वातावरण बन सकता है।
5. कीमती पत्थर और धातुएं
पितृ पक्ष के दौरान कीमती पत्थर, धातु और मूल्यवान संपत्ति खरीदने से बचें, क्योंकि हिंदू परंपरा इसे अशुभ मानती है। ऐसी खरीदारी नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है, जो भौतिक धन के प्रति लगाव का प्रतीक है और आध्यात्मिक विकास में बाधा डालती है।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियों की Lokmat Hindi News पुष्टि नहीं करता है। यहां दी गई जानकारी मान्यताओं पर आधारित हैं। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श लें।)