Shardiya Navratri 2022: नवरात्रि के आठवें दिन को महाष्टमी कहा जाता है। इस दिन मां दुर्गा की आठवीं शक्ति महागौरी की पूजा की जाती है। महागौरी का रंग बेहद गोरा होने के कारण ही इन्हें महागौरी कहा जाता है। कई लोग महा अष्टमी के दिन कन्या पूजन कर नवरात्रि व्रत का समापन करते हैं। इस वर्ष महाष्टमी व्रत 3 अक्टूबर 2022, सोमवार को रखा जाएगा।
कब है महानवमी तिथि?
इसी प्रकार से नवरात्रि का आखिरी दिन महानवमी कहलाता है और इस बार महानवमी व्रत 4 अक्टूबर 2022, मंगलवार को रखा जाएगा। इस दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। जो भी भक्त देवी दुर्गा के इस रूप की उपासना करता है वह सारी सिद्धियों को प्राप्त करता है। जबकि दसवें दिन दशहरा मनाया जाता है। मान्यता है कि इसी दिन मां दुर्गा ने महिषासुर का वध कर अधर्म पर धर्म की विजय प्राप्त की थी।
महाष्टमी पूजा मुहूर्त 2022 - अष्टमी तिथि 2 अक्टूबर 2022 को शाम 6:47 बजे प्रारंभ होकर 3 अक्टूबर 2022 को शाम 4:37 बजे समाप्त होगी।
महानवमी पूजा मुहूर्त 2022 - नवमी तिथि 3 अक्टूबर, 2022 को रात्रि 8:07 बजे से प्रारंभ होकर 4 अक्टूबर, 2022 शाम 6: 52 बजे समाप्त होगी।
कन्या पूजन विधि
अष्टमी या नवमी के दिन स्नानआदि करके भगवान गणेश और महागौरी की पूजा करें।कन्या पूजन के लिए दो साल से 10 साल तक की कन्याओं को और एक बालक को आमंत्रित करें।इसके बाद सभी कन्याओं का पैर खुद अपने हाथों से धुलें और उन्हें पोछें।उनके माथे पर कुमकुम और अक्षत का टीका लगाएं।इसके बाद कन्याओं के हाथ में मौली या कलावा बाधें।एक थाली में घी का दीपक जलाएं और सभी कन्याओं की आरती उतारें।आरती करने के बाद सभी कन्याओं को भोग लगाएं और खाने में पूड़ी, चना और हलवा जरूर खिलाएं।भोजन के बात अपनी सामर्थ अनुसार उन्हें भेंट दें।आखिरी में कन्याओं का पैर छूकर उनसे आशीर्वाद जरूर लें और उन्हें विदा करें।