Shani ke Upay: शनिवार के ये 7 महाउपाय, खोल सकते हैं आपकी किस्मत का बंद दरवाजा
By रुस्तम राणा | Updated: September 14, 2024 14:18 IST2024-09-14T14:18:09+5:302024-09-14T14:18:09+5:30
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनिवार के दिन कुछ विशेष उपाय करने से जातकों की कुंडली में शनि दोष, साढ़ेसाती और शनि ढैय्या के बुरे प्रभाव से छुटकारा मिलता है।

Shani ke Upay: शनिवार के ये 7 महाउपाय, खोल सकते हैं आपकी किस्मत का बंद दरवाजा
Shaniwar Ke Upay: शनिवार का दिन कर्मफलदाता, न्याय के देवता शनि महाराज को समर्पित होता है। शनि दोष से छुटकारा और उनका आशीर्वाद पाने के लिए भक्तों के द्वारा इस दिन व्रत रखा जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनिवार के दिन कुछ विशेष उपाय करने से जातकों की कुंडली में शनि दोष, साढ़ेसाती और शनि ढैय्या के बुरे प्रभाव से छुटकारा मिलता है। ये उपाय इस प्रकार हैं-
1. शनिवार को शनि देव की कृपा पाने के लिए शनि देव की पूजा उनके प्रिय नीले रंग के फूल, शमी के पत्ते, काला तिल, सरसों के तेल आदि से करें। इसके बाद शनि महाराज से ग्रह दोष, साढ़ेसाती और ढैय्या की पीड़ा से राहत प्रदान करने की प्रार्थना करें।
2. शनिवार के दिन सबसे पहले पास के किसी शनि मंदिर में जाएं और वहां शनि देव की पूजा करें। किसी पात्र में सरसों का तेल भरें और उसमें अपनी छाया देखकर उसे दान कर दें। छाया दान करने से साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव कम होता है, कष्ट और दुख दूर होते हैं।
3. शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए शनिवार के दिन शनि देव को सरसों का तेल अर्पित करें या उससे उनका अभिषेक करें। इस उपाय से आपकी कुंडली में शनि की स्थिति मजबूत होगी।
4. शनिवार को कर्मफलदाता शनि महाराज को प्रसन्न करने के लिए सरसों के तेल में काला तिल डालकर शनि देव को अर्पित करना करें। इस उपाय से आपको शनिदोष से जुड़े कष्ट दूर हो जाएंगे और जीवन में सुख-समृद्धि आएगी।
5. शनिवार के दिन शाम को शमी के पेड़ या फिर पीपल के नीचे तिल के तेल का दीपक जलाएं। शनि कृपा से साढ़ेसाती, ढैय्या और ग्रह दोष में शांति मिलेगी.
6. शनिवार के दिन शनि देव से जुड़ी चीजों का दान करना चाहिए। इस दिन आप जूता या चप्पल, काला या नीला कपड़ा, उड़द, काला तिल, लोहा, स्टील और शनि चालीसा का दान किसी गरीब जरूरतमंद व्यक्ति को दान करना चाहिए।
7. शनि दोष, साढ़ेसाती या ढैय्या की पीड़ा से राहत पाने के लिए शनि बीज मंत्र ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः का जाप करें।