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Sawan 2020: राशि के अनुसार रुद्राभिषेक करने से मिलता है विशेष फल, जानें विधि और पूजा सामग्री से जुड़ी जरूरी बातें

By गुणातीत ओझा | Updated: July 20, 2020 08:17 IST

सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। शास्त्रों में सावन के महीने को पावन महीने की संज्ञा दी गई है। इस महीने में भगवान शिव के रुद्राभिषेक का विशेष फल मिलता है।

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ठळक मुद्देसावन के महीने में भगवान शिव के रुद्राभिषेक का विशेष महत्व होता है।जन्म राशि के अनुसार रुद्राभिषेक से सुख समृद्धि  एवं  ग्रह बाधाओं की मुक्ति पा सकते हैं।

सावन के महीने में भगवान शिव के रुद्राभिषेक का विशेष महत्व होता है। सावन के महीने में भक्त सोमवार के दिन शिवालयों में रुद्राभिषेक करते हैं। वाराणसी के पंडित दैवज्ञ कृष्ण शास्त्री के अनुसार  राशि के अनुसार अलग-अलग औषधि से रुद्राभिषेक कराने का विशेष महात्म होता है। साधक में शिवत्व रूप सत्यं शिवम सुन्दरम् का उदय हो जाता है उसके बाद शिव के शुभाशीर्वाद से समृद्धि, धन-धान्य, विद्या और संतान की प्राप्ति के साथ-साथ सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। 

जन्म राशि के अनुसार रुद्राभिषेक से सुख समृद्धि  एवं  ग्रह बाधाओं की मुक्ति पा सकते हैं। शिव के रूद्र रूप के पूजन और अभिषेक करने से जाने-अनजाने होने वाले पापाचरण  एवं जीवन में कष्ट, अभाव, व्यवधान, स्वास्थ्य, कॅरियर, धन आदि की बाधाओं से मुक्ति पाना चाहते हैं तो राशी के अनुसार रुद्राभिषेक करके जीवन में सभी समस्याओं से निजात पा सकते हैं। आइये आपको बताते हैं किस राशि के के अनुसार कैसे करना चाहिए रुद्राभिषेक...

मेष राशी : मेष राशि वाले जातकों के लिए गाय के कच्चा दूध में से शहद मिलाकर रुद्राभिषेक करने से समस्त बाधाओं से मुक्ति मिल सकती है साथ में लाल चंदन एवं लाल पुष्प चढ़ाने से सौभाग्य में एवं धन-धान्य में वृद्धि होगी ।

वृष राशि : वृषभ राशि वाले जातकों के लिए दही से अथवा मधु से रुद्राभिषेक कराने से राशि के स्वामी शुक्र की कृपा साथ साथ में सुख संपत्ति की प्राप्ति होगी । आपकी राशि के अनुसार सफेद पुष्प एवं बेलपत्र चढ़ाना  शिव सहस्त्रनाम का पाठ करना लाभप्रद होगा ।।

मिथुन राशि : मिथुन राशि का स्वामी बुध है और मिथुन राशि वाले जातकों के लिए गन्ने के रस से रुद्राभिषेक कराना साथ में धतूरा भाग बेलपत्र चढ़ाना मिथुन राशि वाले जातकों के लिए लाभप्रद होगा ।

कर्क राशि : कर्क राशि वाले जातकों के लिए दूध में शक्कर मिलाकर भगवान शिव का रुद्राभिषेक करना चाहिए साथ में श्वेत अर्क(मदार ) सफेद पुष्प सफेद वस्त्र एवं रुद्राष्टक का पाठ करना आपके लिए लाभदायक होगा ।

सिहं राशि : सिंह राशि वाले जातकों के लिए मधु अथवा गुड़ युक्त तीर्थ  जल से रुद्राभिषेक कराना लाभदायक होगा । साथ में लाल पुष्प लाल चंदन भगवान को अर्पित कर सकते हैं ।

कन्या राशि :  कन्या राशि वाले जातकों के लिए गन्ने का रस से रुद्राभिषेक कराना लाभदायक होगा एवं साथ में दूर्वा भाग धतूरा बेलपत्र जीवन में धनदायक सिद्ध हो सकता है ।

तुला : तुला राशि वाले जातकों को लिए मधु से रुद्राभिषेक कराना साथ में श्वेत पुष्प मदार का पुष्प श्वेत वस्त्र से पूजन करने से जीवन में सुख समृद्धि एवं ग्रहों की कृपा प्राप्त हो सकती है ।

वृश्चिक राशि : शहद युक्त तीर्थ जल से रुद्राभिषेक करना  एवं लाल पुष्प चढ़ाना आपके लिए लाभदायक होगा ।

धनु राशि : धनु राशि वाले जातकों के लिए गाय के दूध में केसर मिलाकर के एवं पीले पुष्प से पीले वस्त्र से पूजन करने पर भगवान शिव जी की कृपा के साथ साथ में ग्रहों की कृपा प्राप्त होगी ।

मकर राशि : मकर राशि वाले जातकों के लिए गंगाजल से रुद्राभिषेक कराना साथ साथ में शमी पत्र बिल्वपत्र भाग धतूरा चढ़ाना आपके लिए लाभदायक होगा ।

कुंभ राशि :  कुंभ राशि वाले जातकों के लिए दुर्वा अथवा शमी के रस से रुद्राभिषेक कराने से राशि के स्वामी भगवान शनि की कृपा एवं ग्रह बाधाओ  से मुक्ति प्राप्त हो सकती है ।

मीन राशि : मीन राशि वाले जातकों के लिए केसर मिश्रित तीर्थ जल से रुद्राभिषेक एवं पीले चंदन , हल्दी, पीले वस्त्र से भगवान  शिव का पूजन करने से कुंडली संबंध संबंधित समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। 

रुद्राभिषेक

रुद्राभिषेक करने से सभी देवों के अभिषेक करने का फल मिलता है। रुद्राभिषेक में सृष्टि की समस्त मनोकामनायें पूर्ण करने की शक्ति है अतः अपनी आवश्यकता अनुसार अलग-अलग पदार्थों से अभिषेक करके प्राणी इच्छित फल प्राप्त कर सकता है। इनमें दूध से पुत्र प्राप्ति, गन्ने के रस से यश उत्तम पति/पत्नी की प्राप्ति, शहद से कर्ज मुक्ति, कुश एवं जल से रोग मुक्ति, पंचामृत से अष्टलक्ष्मी तथा तीर्थों के जल से मोक्ष की प्राप्ति होती है।

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