लाइव न्यूज़ :

पुजारियों का दावा- खुद भगवान अयप्पा नहीं चाहते महिलाएँ आएँ उनके करीब, जानिए क्या है पौराणिक कथा

By गुलनीत कौर | Updated: October 23, 2018 15:17 IST

पौराणिक कथाओं के अनुसार सबरीमाला मंदिर के भगवान (भगवान अयप्पा), शिव और विष्णु (मोहिनी रूप) के पुत्र हैं।

Open in App

सबरीमाला मंदिर में महिलाओं को प्रवेश ना मिलने पर राजनीतिक और धार्मिक बहस पुरानी है। पहले भी कई बार यह विवाद आक्रामक रुख अख्तियार कर चुका है। ताजा विवाद सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले के बाद शुरू हुआ जिसमें सर्वोच्च अदालत ने सभी आयु वर्ग की महिलाओं को सबरीमाला मंदिर में जाने की इजाजत दे दी। इससे पहले तक सबरीमाला मंदिर में रजस्वला महिलाओं के प्रवेश पर पूरी तरह प्रतिबंध था।

उच्चतम न्यायालय की पाँच जजों की पीठ ने इस प्रतिबंध को असंवैधानिक घोषित कर दिया है। लेकिन अयप्पा के भक्त महिलाओं के मंदिर में प्रवेश का विरोध क्यों कर रहे हैं? इसके पीछे उनकी पौराणिक धार्मिक मान्यता है जिससे जुड़ा किस्सा हम आपके लिए प्रस्तुत कर रहे हैं। यह किस्सा भगवान अयप्पा की कथित प्रेमकहानी से सम्बन्धित है। 

कौन थे भगवान अय्यप्पा?

पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान अयप्पा भगवान शिव और भगवान विष्णु (मोहिनी रूप) के पुत्र हैं। कहते हैं कि समुद्र मंथन के दौरान जब भगवान विष्णु ने दैत्यों से अमृत लेने के लिए सुंदर स्त्री रूप धारण किया था, जिसे मोहिनी के नाम से जानते हैं, तो उसे देख भगवान शिव मोहित हो गए थे। इसके बाद ही एक पुत्र का जन्म हुआ था जिसे शिव ने दक्षिण भारत में पंपा नदी के किनारे छोड़ दिया था। 

अयप्पा को मिली सुंदर स्त्री

वहां राजा राजशेखरा को वे मिले। उन्होंने ही 12 वर्ष तक अय्यपा का पालन पोषण किया। कहा जाता है कि अय्यप्पा के जन्म का उद्देश्य एक राक्षसी का वध करना था। बड़े होने पर अयप्पा ने राजमहल के सुख का त्याग किया और अपना मकसद पूरा करने निकल गए। उन्होंने उस राक्षसी का वध किया लेकिन जैसे ही उसकी मृत्यु हुई उसके भीतर से एक सुंदर कन्या प्रकट हो गई। पुराणों में इस स्त्री को मलिकापुरुथम्मा के नाम से जाना गया है।

विवाह का प्रस्ताव

अयप्पा के सामने प्रकट होते ही मलिकापुरुथम्मा ने उनसे विवाह करने का प्रस्ताव रख दिया। किन्तु अयप्पा ने उसी क्षण प्रस्ताव ठुकरा दिया और कहा कि उन्हें सबरीमाला जाना है जहां उनके भक्त उनका इन्तजार कर रहे हैं। लेकिन अगर वो चाहे तो कुछ समय के बाद सबरीमाला आ सकती है। लेकिन वहां आकर उसे पहले कन्नी-स्वामी (सबरीमाला का भक्त समूह) से मिलना होगा। अगर वो विवाह की अनुमति दे दें तो यह विवाह संभव है, अन्यथा नहीं। 

सबरीमाला के भक्तों ने तब भी किया था विरोध

भगवान अयप्पा के चले जाने के कुछ समय बाद मलिकापुरुथम्मा सबरीमाला आई। लेकिन भक्तों ने विवाह की अनुमति नहीं दी क्योंकि अगर ऐसा होता तो भगवान अयप्पा उन्हें छोड़कर चले जाते। यही कारण है कि भक्तों ने ना तो मलिकापुरुथम्मा को भीतर जाने की इजाजत दी और ना ही कभी किसी महिला को (जो प्रजनन चक्र से गुजर रही हो) मंदिर में जाने की अनुमति दी गई।

ये भी पढ़ें: सबरीमला मंदिर पर फैसले को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट 13 नवंबर को करेगा सुनवाई

सबरीमाला मंदिर के पास बना मंदिर

कहा जाता है कि आज भी मलिकापुरुथम्मा सबरीमाला मंदिर के आसपास ही भगवान अयप्पा का इन्तजार कर रही है। उनके सम्मान में मंदिर के पास एक और मंदिर बना है जो कि देवी मलिकापुरुथम्मा को समर्पित है। इस देवी की पूजा पुरुष और महिलाएं दोनों कर सकते हैं।

एक अन्य मान्यता यह भी कहती है कि 10 से 50 वर्ष की महिलाओं के मंदिर में प्रवेश ना करने का एक कारण ये भी है कि भक्त देवी मलिकापुरुथम्मा को निराश नहीं करना चाहते। वे भगवान अयप्पाऔर मलिकापुरुथम्मा की प्रेम कहानी का सम्मान करते हैं, इसलिए कोई भी महिला भगवान अयप्पा के सामने नहीं जा सकती है। 

टॅग्स :सबरीमाला मंदिरसुप्रीम कोर्ट
Open in App

संबंधित खबरें

भारतSupreme Court: बांग्लादेश से गर्भवती महिला और उसके बच्चे को भारत आने की अनुमति, कोर्ट ने मानवीय आधार पर लिया फैसला

भारतआपको बता दूं, मैं यहां सबसे छोटे... सबसे गरीब पक्षकार के लिए हूं, जरूरत पड़ी तो मध्य रात्रि तक यहां बैठूंगा, प्रधान न्यायाधीश सूर्यकांत ने कहा

स्वास्थ्यखतरनाक धुएं से कब मुक्त होगी जिंदगी?, वायु प्रदूषण से लाखों मौत

भारतसुप्रीम कोर्ट ने कॉमेडियन समय रैना को सफलता की कहानियों वाले दिव्यांग लोगों को शो में बुलाने और इलाज के लिए पैसे जुटाने का दिया निर्देश

भारत"कोर्ट के पास कोई जादू की छड़ी नहीं है...", दिल्ली में वायु प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट सख्त

पूजा पाठ अधिक खबरें

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत

भारतउत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोगः 15 विषय और 7466 पद, दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में सहायक अध्यापक परीक्षा, देखिए डेटशीट