मोहिनी एकादशी: दो दिन बाद है भगवान विष्णु को खुश करने का बड़ा मौक़ा, जानें 5 महाउपाय

By गुलनीत कौर | Updated: May 13, 2019 12:23 IST2019-05-13T12:06:18+5:302019-05-13T12:23:56+5:30

इस मौके पर सुबह जल्दी उठें और पीले वस्त्र धारण करें, इसके बाद भगवान विष्णु की पूजा करें। उनके मंत्र का जाप करें और पूजा में उन्हें पीले पुष्प अर्पित करें

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मोहिनी एकादशी: दो दिन बाद है भगवान विष्णु को खुश करने का बड़ा मौक़ा, जानें 5 महाउपाय

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार प्रति माह दो एकादशी तिथि आती है। एक शुक्ल पक्ष की एकादशी और दूसरी कृष्ण पाक की एकादशी तिथि होती है। दोनों तिथियों पर भगवान विष्णु एवं उनके रूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को 'मोहिनी एकादशी' के नाम से जाना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इसदिन भगवान विष्णु स्त्री रूप में प्रकट हुए थे, जिसे पुराणों में मोहिनी का नाम दिया गया।

क्यों लिया था विष्णु ने स्त्री अवतार? (Mohini Ekadashi Vrat Katha)

एक पौराणिक कथा के अनुसार यह समुद्र मंथन का समय था। शीरासागर से पवित्र अमृत की प्राप्ति के लिए एक तरफ सभी देवता गण और दूसरी ओर दैत्यों की सेना समुद्र का मंथन कर रही थी। तभी अचानक से क्षीरसागर से पवित्र अमृत कलश प्रकट हुआ। उसे पाने के लिए देवताओं और दैत्यों में युद्ध हुआ। जिस बीच गलती से पवित्र अमृत कलश दैत्यों के हाथ लग गया।

यह देख देवता गण चिंतित हो उठे। उन्होंने तुरंत भगवान विष्णु से मदद माँगी। दैत्यों ने यदि पवित्र अमृत ग्रहण कर लिया तो वे बलवान हो जाएंगे और देवताओं का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। तब भगवान विष्णु ने एक बेहद सुन्दर और आकर्षक स्त्री का अवतार लिया। उसे देखते ही सभी दैत्य स्त्री की ओर आकर्षित हो गए। इस बात का लाभ उठाकर मोहिनी ने दैत्यों के हाथ से पवित्र अमृत कलश लिया और देवताओं को दे दिया।  

जिस दिन भगवान विष्णु ने सुन्दर स्त्री यानी मोहिनी का रूप धारण किया था, वह वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का दिन था। इसलिए शास्त्रों में इस तिथि को भगवान विष्णु के मोहिनी अवतार के प्रकट होने की खुशी में पर्व के रूप में मनाया जाता है। मोहिनी अवतार ने बुराई पर अच्छाई की जीत पाई और सभी को मोह त्याग कर सफलता के मार्ग पर चलने का आदेश दिया। इसे आधार मानते हुए इस एकादशी तिथि को भगवान विष्णु की पूजा और व्रत किया जाता है।

मोहिनी एकादशी 2019 (Mohini Ekadashi 2019 date, vrat vidhi, significance)

इस वर्ष वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 15 मई 2019, दिन बुधवार को है। इस मौके पर भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए पूजा, पाठ और व्रत किया जाता है। व्रत की विधि बेहद आसान है। दिनभर फलाहार का सेवन करते हुए अगले दिन यानी द्वादशी तिथि को व्रत का पारण होता है। पूजा, व्रत के अलावा गरीबों में पीली वस्तुएं दान करने का भी महत्व है।

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मोहिनी एकादशी पर करें ये महाउपाय (Mohini Ekadashi upay):

1) मोहिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए सुबह जल्दी उठें और पीले वस्त्र धारण करें
2) भगवान विष्णु की पूजा करें। उनके मंत्र का जाप करें और पूजा में उन्हें पीले पुष्प अर्पित करें
3) यदि समय हो तो विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें। यह पाठ बेहद शक्तिशाली माना जाता है। आपके मन की इच्छा को पूरा करेगा
4) यदि मन में किसी बड़ी इच्छा को पूरा करने की कामना है तो मोहिनी एकादशी के दिन से नारायण स्त्रोत्र का आपात शुरू कर दें। लगातार 21 दिन यह साधना करें
5) मोहिने एकादशी के दिन पानी में हल्दी मिलाकर स्नान करें। पीला रंग विष्णु को अत्यंत प्रिय है। ऐसा करने से विष्णु की कृपा प्राप्त होगी

English summary :
According to the Hindu calendar, There is two Ekadashi happens in every month. The First is Shukla Paksha Ekadashi and second Krishna Paksha Ekadashi dates. On both dates, worship of Lord Vishnu and their forms is worshiped. The Ekadashi date of the Shukla Paksha of Vaishak month is known as 'Mohini Ekadashi'.


Web Title: Mohini Ekadashi 2019: Date, significance, importance, Mohini Ekadashi vrat katha, puja vidhi, Mohini Ekadashi maha upay in hindi

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