Kharmas 2024: लगने जा रहा है खरमास, 14 मार्च से नहीं होंगे मांगलिक कार्य, जानें इसका कारण
By रुस्तम राणा | Published: March 12, 2024 03:55 PM2024-03-12T15:55:21+5:302024-03-12T15:55:21+5:30
Kharmas 2024 Date: 14 मार्च को दोपहर 12 बजकर 36 मिनट पर सूर्य कुंभ राशि में प्रवेश करेगा। इसी समय से खरमास शुरू हो जाएगा जो सूर्य देव के मीन राशि से मेष में प्रवेश करने पर 13 अप्रैल को समाप्त होगा।
Kharmas 2024: जब सूर्य ग्रह सूर्य धनु और मीन में प्रवेश करता है तो खरमास की शुरुआत होती है। 14 मार्च को सूर्य ग्रह मीन राशि में प्रवेश करने जा रहा है। हिंदू धर्म में खरमास (Kharmas) का संबंध सूर्य देव से माना जाता है। सूर्य देव एक राशि में करीब एक माह रहता है। ऐसे में साल में दो बार खरमास लगता है। मार्च महीने में खरमास की शुरुआत सूर्य के कुंभ राशि से निकलकर मीन में प्रवेश करने से हो जाएगी। 14 मार्च को दोपहर 12 बजकर 36 मिनट पर सूर्य कुंभ राशि में प्रवेश करेगा। इसी समय से खरमास शुरू हो जाएगा जो सूर्य देव के मीन राशि से मेष में प्रवेश करने पर 13 अप्रैल को समाप्त होगा।
खरमास में इसलिए नहीं होते हैं मांगलिक कार्य
खरमास में शादी-विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन आदि संस्कार को नहीं करना चाहिए। इस अवधि में मांगलिक कार्य वर्जित माने जाते हैं। खरमास में कपड़े, वाहन आदिक की खरीदना करने से बचना चाहिए। यह समय बहू और बेटी की विदाई के लिए भी अच्छा नहीं होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य जब-जब बृहस्पति की राशियों धनु और मीन में प्रवेश करता है तो सूर्य के कारण बृहस्पति निस्तेज हो जाते हैं। इसलिए खरमास में सभी शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं, क्योंकि शुभ कार्यो के लिए बृहस्पति का साक्षी होना आवश्यक है।
खरमास में सूर्य देव की पूजा में इन मंत्रों का अवश्य करें जाप
ॐ सूर्याय नम:
ॐ घृणि सूर्याय नम:
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा
ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:
ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ