कर्नाटक: बेंगलुरु भैंस रेसिंग खेल 'कंबाला' की मेजबानी के लिए तैयार, पढ़ें पूरी डिटेल

By अनुभा जैन | Published: October 18, 2023 02:35 PM2023-10-18T14:35:45+5:302023-10-18T14:37:14+5:30

विधायक अशोक कुमार राय ने बताया कि कंबाला आयोजक अब जानवरों के प्रति किसी भी प्रकार की क्रूरता से बचने और उनके साथ अच्छा व्यवहार सुनिश्चित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करेंगे।

Karnataka Bengaluru ready to host buffalo racing game 'Kambala | कर्नाटक: बेंगलुरु भैंस रेसिंग खेल 'कंबाला' की मेजबानी के लिए तैयार, पढ़ें पूरी डिटेल

फोटो क्रेडिट- फाइल फोटो

बेंगलुरु: दक्षिण कन्नड़, उडुपी और केरल के कासरगोड जिले में लोकप्रिय भैंस रेसिंग खेल कंबाला नवंबर में गार्डन सिटी “नम्मा बेंगलुरु“ में आयोजित किया जा रहा है। इस खेल में लगभग 125 जोड़ी भैंसों और इतनी ही संख्या में जॉकी के भाग लेने की उम्मीद है। भैंसें एक ट्रक में कार्यक्रम स्थल तक पहुंचेंगी। शक्ति के भैंसे मिजर पुट्टा और मिजर अप्पू छह सीजन से लगातार पदक जीत रहे हैं।

अनुमान है कि इस आयोजन पर 6 करोड़ रुपये खर्च होंगे और इसमें 6-7 लाख लोगों के आने की संभावना है। समय के साथ कम्बाला एक महत्वपूर्ण स्पोर्ट बन गया है। पहले यह खेल केवल तटीय कर्नाटक के छोटे शहरों और तालुकाओं में आयोजित किया जाता था लेकिन अब इसे शहरों में भी आयोजित किया जा रहा है।

पहले, विजेताओं को पुरस्कार के रूप में फल और सब्जियाँ दी जाती थीं, लेकिन अब उन्हें सोने और नकदी के स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया जाता है। विजेताओं का चयन गति और वे कितनी ऊंचाई से पानी छिड़कते हैं, के आधार पर किया जाता है।

कंबाला अकादमी के अध्यक्ष और दक्षिण कन्नड़ कंबाला समिति के संस्थापक सचिव गुणपाल कदंबा ने कहा कि कंबाला की मुख्य रूप से दो किस्में हैं। पारंपरिक समारोह धान के खेतों में आयोजित किया जाता है और भैंसों की दक्षता और कौशल के अनुसार छह श्रेणियों में आयोजित किया जाता है।

और, दूसरी ओर, आधुनिक कम्बाला पानी और कीचड़, फ्लडलाइट, लेजर बीम और आधुनिक सुविधाओं वाली प्रौद्योगिकियों से भरी चार फुट गहरी जमीनी टरेक पर आयोजित किया जाता है।

प्रत्येक दौर में एक जॉकी के साथ भैंसों के दो जोड़े प्रतिस्पर्धा करते हैं, और अंततः विजेता अगले दौर में पहुंच जाते हैं। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए कार्यक्रम स्थल पर पशु चिकित्सक और एम्बुलेंस भी तैनात रहेंगे।

गौरतलब है कि जानवरों पर क्रूरता को देखते हुए साल 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने कंबाला पर प्रतिबंध लगा दिया था। हालाँकि, 2017 में जनता और राजनीतिक नेताओं द्वारा बनाए गए अत्यधिक दबाव के कारण, खेल वैध हो गया।

विधायक अशोक कुमार राय ने बताया कि कंबाला आयोजक अब जानवरों के प्रति किसी भी प्रकार की क्रूरता से बचने और उनके साथ अच्छा व्यवहार सुनिश्चित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करेंगे।

Web Title: Karnataka Bengaluru ready to host buffalo racing game 'Kambala

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