लाइव न्यूज़ :

जन्माष्टमी 2018: जब बांसुरी की धुन सुनकर मौत की नींद सो गई राधा, श्रीकृष्ण ने तोड़ दी थी अपनी बंसी

By मेघना वर्मा | Updated: September 1, 2018 10:16 IST

अपने सभी कर्तव्यों को पूरा करके राधा आखिरी बार अपने प्रिय कृष्ण से मिलने आईं।

Open in App

हमारे देश में सच्चे प्यार की जब भी बात होती है सबसे पहला जिक्र कृष्ण और राधा का ही आता है। प्रेम में त्याग करना हो या दूर रहकर भी एक -दूसरे के करीब रहना हो कोई राधा-कृष्ण से सीखे। आज भी जब प्यार की दात देते हैं या सच्चे प्रेम का उदाहरण देते हैं तो बात सिर्फ राधा और कृष्ण की ही होती है। सब जानते हैं कि श्री कृष्ण की शादी राधा से नहीं हुई थी मगर दोनों के प्यार की दास्तां हमेशा ही अमर हो गई। राधा ने अपनी आखिरी सांस तक श्रीकृष्ण को अपने मन में बसाए रखा। आज हम आपको राधा के आखिरी समय की कुछ ऐसी ही कहानी बताने जा रहे हैं जिन्हें कम ही लोग जानते होंगे। 

8 साल से ही हो गया था सच्चा वाला प्यार

राधा श्रीकृष्ण को बचपन से जानती थीं। कहा जाता है कि जब श्रीकृष्ण 8 साल के थे तब से ही राधा उन्हें चाहने लगी थी। राधा श्रीकृष्ण के दैवीय गुणों से परिचित थीं। वह कृष्ण से इतना प्यार करती थी कि अपने मन में हमेशा उनकी यादों को संजोए रखा था। यही एक चीज थी जो दोनों के रिश्ते को इतना खास बनाती थीं। मान्यता ये भी है कि श्रीकृष्ण को सिर्फ दो चीजें ही प्रिय थी वो थी उनकी बांसुरी और राधा। 

जब अलग हो गए कृष्ण और राधा

भगवान श्रीकृष्ण से राधा पहली बार तब अलग हुई जब कंस नें बलराम और श्रीकृष्ण को बुलाया। वृंदावन के लोगों को ये सुनकर काफी दुख हुआ। मथुरा जाने से पहले श्रीकृष्ण आखिरी बार राधा से मिले थे। राधा को अलविदा कहकर कृष्ण हमेशा के लिए राधा से दूर चले गए। वहीं राधा उनकी यादों को दिल में रखकर अपना जीवन बिताने लगी थीं। 

रूकमणि से हुई कृष्ण की शादी

रुकमणि भी श्रीकृष्ण को चाहती थीं। एक बार उन्होंने श्रीकृष्ण को प्रेमपत्र लिखा जिसे पढ़कर कृष्ण ने रुकमणि से शादी कर ली। इधर कृष्ण के जाने के बाद राधा का वर्णन बहुत कम हो गया। राधा की भी शादी हो गई मगर राधा ने हमेशा कृष्ण को अपने मन में रखा। इसके बाद भी उन्होंने अपनी पत्नी का पूरा फर्ज निभाया। दूसरी तरह श्रीकृष्ण ने भी अपने सभी कर्तव्य निभाए।

जब कृष्ण से लगाव नहीं हुआ महसूस

अपने सभी कर्तव्यों को पूरा करके राधा आखिरी बार अपने प्रिय कृष्ण से मिलने आईं। जब वह द्वारका पहुंची तो उन्होंने कृष्ण की शादी की खबर सुनी जिसके बाद उन्हें दुख हुआ। जब कृष्ण ने राधा को देखा तो काफी प्रसन्न हुए। दोनों ने इशारों में बातें भी की। मगर इस समय तक राधा को श्रीकृष्ण से उतना लगाव नहीं महसूस हुआ। राधा के अनुरोध में कृष्ण ने उन्हें महल में एक देविका के रूप में नियुक्त किया। मगर जब उन्हें कृष्ण से ज्यादा लगाव नहीं महसूस किया तब वह महल से दूर चली गई। 

कमजोर पड़ गई थीं राधा

कृष्ण इन सारी घटनाओं को जानते थे। धीरे-धीरे समय बीता और राधा बिल्कुल अकेली और कमजोर हो गईं। उस वक्त भगवान कृष्ण की जरूर महसूस हुई। फिर श्रीकृष्ण उनके सामने आ गए। कृष्ण जब उनके पास आए तो राधा से कुछ भी मांगने को कहा मगर राधा ने कुछ भी मांगने से मना कर दिया। कृष्ण के दोबारा कहने पर राधा ने उनसे बस बांसुरी बजाने का अनुरोध किया। 

और मौत की नींद में सो गई राधा, कृष्ण ने तोड़ दी अपनी बांसुरी

राधा कृष्ण को आखिरी बार बांसुरी बजाते देखना चाहती थीं। श्रीकृष्ण ने तब तक बांसुर बजाई जब तक राधा आध्यात्मिक रूप से कृष्ण में विलीन हो गईं। बांसुरी की धुन सुनते-सुनते राधा ने अपने शरीर का त्याग कर दिया। भगवान श्रीकृष्ण को इस सभी घटनाओं की जानकारी थी मगर फिर भी वह इतने टूट गए कि उन्होंने अपने सबसे करीबी बांसुरी को तोड़ दिया। कहते हैं उसके बाद से श्रीकृष्ण ने कभी कोई वादक यंत्र नहीं बजाया । 

टॅग्स :जन्माष्टमीभगवान कृष्णराधा कृष्णइवेंट्स
Open in App

संबंधित खबरें

पूजा पाठBhagwat Geeta: गीता की विचारधारा सदियों से मानवीय चिंतन को प्रभावित करती रही है?

पूजा पाठठाकुर जी की कृपा के बिना श्रीमद भागवत का श्रावण संभव नहीं: चारु लाडली

पूजा पाठमथुरा के बांके बिहारी मंदिर में बड़ा बदलाव, जगमोहन में प्रवेश और दर्शन पर रोक

पूजा पाठवृंदावन श्री बांके बिहारी मंदिरः घर बैठे ऑनलाइन दर्शन कीजिए?, 2026 में खुशखबरी, जानें कैसे करें रजिस्ट्रेशन

पूजा पाठGovardhan Puja: ब्रज में गोवर्धन पूजा लोक धर्म की स्थापना का विजय पर्व...

पूजा पाठ अधिक खबरें

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 05 December 2025: आज 4 राशिवालों पर किस्मत मेहरबान, हर काम में मिलेगी कामयाबी

पूजा पाठPanchang 05 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठPanchang 04 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 04 December 2025: आज वित्तीय कार्यों में सफलता का दिन, पर ध्यान से लेने होंगे फैसले

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 03 December 2025: आज इन 3 राशि के जातकों को मिलेंगे शुभ समाचार, खुलेंगे भाग्य के द्वार