Guru Vakri 2024: 9 अक्टूबर से गुरु की वक्री चाल इन 5 राशिवालों की बढ़ाएगी टेंशन, जानिए प्रभाव
By रुस्तम राणा | Updated: October 5, 2024 15:02 IST2024-10-05T15:02:54+5:302024-10-05T15:02:54+5:30
Jupiter Retrograde 2024: देव गुरु बृहस्पति 9 अक्टूबर, 2024 से 4 फरवरी, 2025 तक वक्री रहेगा और फिलहाल मई 2024 से बृहस्पति मिथुन राशि में है। गुरु की वक्री चाल कुछ राशियों के लिए मुश्किलें पैदा कर सकती है।

Guru Vakri 2024: 9 अक्टूबर से गुरु की वक्री चाल इन 5 राशिवालों की बढ़ाएगी टेंशन, जानिए प्रभाव
Guru Vakri 2024:ज्योतिष शास्त्र में देव गुरु बृहस्पति को एक शुभ ग्रह माना गया है, जो ज्ञान, वृद्धि, धन, विवाह, नैतिक कर्म आदि का कारक होता है। यह विशालकाय ग्रह 9 अक्टूबर, 2024 से 4 फरवरी, 2025 तक वक्री रहेगा और फिलहाल मई 2024 से बृहस्पति मिथुन राशि में है। गुरु की वक्री चाल कुछ राशियों के लिए मुश्किलें पैदा कर सकती है। आइए जानते हैं सभी राशियों पर गुरु की वक्री चाल का प्रभाव।
सभी 12 राशियों पर गुरु वक्री 2024 का प्रभाव
मेष राशि- गुरू वक्री होना आपके जीवन में नकारात्मक प्रभाव डालेगा। इस दौरन आपके बनते हुए काम बिगड़ सकते हैं। बिना सोचे-समझे किसी तरह का निर्णय लेना आपको मुसीबत में डाल सकता है। अपने बेफिजूल के खर्चों पर रोक लगाए, वरना आपकी आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है।
वृष राशि- वृषभ राशि के लोगों के गुरू का वक्री होना आपके रिश्तों पर असर डाल सकता है। आपको परिवार के लोगों के साथ मधुर संबंध बनाने का प्रयास करना चाहिए वरना आपके रिश्ते में दरार आ सकती है। अपनी वाणी पर संयम रखें और अपनी सेहत का ध्यान रखें वरना आपकी सेहत बिगड़ सकती है और इलाज में पैसे व्यर्थ में खर्च हो सकते हैं।
मिथुन राशि- यह अवधि आपको अपने जीवन को एक नए दृष्टिकोण से देखने के लिए आमंत्रित कर सकती है। यह आपके अंतर्ज्ञान पर भरोसा करने और दुनिया और उसमें अपनी जगह के बारे में अपने विश्वासों का पता लगाने का समय है।
कर्क राशि- गुरु का वक्री होना कर्क राशि के लोगों की आर्थिक स्थिति बिगाड़ सकता है। पैसों को सोच-समझकर खर्च करें और पैसों से संबंधित निर्णय सोच-समझकर करें। कोई भी फैसला जल्दबाजी में ना लें भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
सिंह राशि- यह समय धीमा होने और अपने दिमाग के बजाय अपने शरीर पर ध्यान केंद्रित करने का है। इस अवधि का उपयोग आपने जो कुछ भी सीखा है उस पर चिंतन करने के लिए करें और थोड़ी अधिक शांति और शांति का आनंद लें।
कन्या राशि- बृहस्पति का वक्री होना आपको अपने भीतर की ओर ध्यान देने के लिए आमंत्रित करेगा। यह जानते हुए कि यह काम बाहरी दुनिया में अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने जितना ही महत्वपूर्ण है।
तुला राशि- यह अवधि आपके अनुभवों पर विचार करने और अपने व्यक्तिगत सत्य को फिर से लिखने का एक मौका है। इस सत्य को दूसरों की स्वीकृति की आवश्यकता नहीं है - यह केवल आपका है। इस समय का उपयोग अपने दिमाग को आराम देने और अपने भीतर पहले से मौजूद आंतरिक ज्ञान को सुनने के लिए करें।
वृश्चिक राशि- बृहस्पति का वक्री होना आपको अपने भीतर गहराई से गोता लगाने के लिए आमंत्रित करेगा। यह उन सभी डर या भावनाओं को दूर करने का समय है जो आपको खुद को पूरी तरह से जानने से रोकते हैं। अपने आप को अपनी आंतरिक दुनिया से जुड़ने दें और इसके साथ आने वाली कमज़ोरियों को स्वीकार करें।
धनु राशि- वृश्चिक राशि के लोगों पर गुरू वक्री होने से जीवन में उतार-चढ़ाव आ सकता है। अपनी वाणी पर संयम रखें.करियर में सफलता प्राप्त करनी है तो किसी तरह की लापरवाही न करें।
मकर राशि- गुरु वक्री के दौरान मकर राशि के लोगों को संयम रखने की बहुत जरूरत है अगर गलती से भी उन्होंने अपना संयम खोया तो उनका बनता हुआ काम बिगड़ सकता है। अर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। कामकाज में रुकावट भी आ सकती है।
कुंभ राशि- बृहस्पति आपकी रचनात्मकता और खुद को व्यक्त करने के तरीके का पता लगाने में आपकी मदद कर सकता है। यह आपको अपने अनुभवों पर विचार करने और रुकने के लिए आमंत्रित करेगा। इस समय का उपयोग खुद से फिर से जुड़ने के लिए करें, अपने अनुभवों को अपना मार्गदर्शक बनने दें और इस दौरान खुद को बेहतर तरीके से समझें।
मीन राशि- बृहस्पति का वक्री होना आपको अपने अंदर झाँकने और अपने मूल स्व से फिर से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करेगा। यह अवधि गहरी आंतरिक चिकित्सा प्रदान करती है, जिससे आपको भविष्य के लिए ज्ञान और आत्म-जागरूकता के साथ आगे बढ़ने में मदद मिलती है।