लक्ष्मी माता इन पांच काम करने वालों का कर देती हैं त्याग, जानिए कहीं जाने-अनजाने आपसे भी तो नहीं होती ये गलती
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 18, 2021 01:36 PM2021-03-18T13:36:18+5:302021-03-18T13:36:18+5:30
लक्ष्मी माता स्वभाव से चंचल होती हैं। हिंदू मान्यताओं के अनुसार इसलिए भूल कर भी ऐसे काम नहीं करने चाहिए जिससे लक्ष्मी माता आपसे नाराज हो जाएं।
हिंदू धर्म में माता लक्ष्मी को धन, सुख-समृद्धि और वैभव की देवी कहा गया है। मान्यता है कि यदि माता लक्ष्मी किसी जातक से खुश रहती हैं तो उसके जीवन में कभी धन-संपत्ति से जुड़े कष्ट नहीं आते। यही कारण भी है कि लोग मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कई तरह के उपाय करते हैं।
खासकर शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी को समर्पित है। इसलिए इस दिन उनकी विशेष पूजा की परंपरा रही है। धार्मिक ग्रंथों में माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के कई मंत्र और उपाय बताए गए हैं। ऐसा ही एक जिक्र गरूड़ पुराण में भी है, जिसके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं।
गरूड़ पुराण के इस श्लोक से स्पष्ट हो जाता है कि माता लक्ष्मी कहां और किन लोगों के घरों में वास नहीं करती हैं। माता लक्ष्मी को वैसे भी चंचल कहा गया है। इसलिए जरूरी है कि माता लक्ष्मी की कृपा पाने के बाद उन्हें नाराज होने का कोई मौका नहीं देना चाहिए।
कुचैलिनं दन्तमलोपधारिणं ब्रह्वाशिनं निष्ठुरवाक्यभाषिणम्।
सूर्योदये ह्यस्तमयेपि शायिनं विमुञ्चति श्रीरपि चक्रपाणिम्।।
गुरूण पुराण में यही श्लोक है जो बताता है कि माता लक्ष्मी कैसे लोगों का हमेशा के लिए त्याग कर देती हैं। इस श्लोक के अनुसार मैले वस्त्र पहनने वाले, गंदे दांत रखने वाले, ज्यादा खाने वाले, निष्ठुर स्वभाव की बात बोलने वाले और सूर्योदय एवं सूर्यास्त के समय सोने वाले अगर स्वयं विष्णु भगवान हों तो उनका भी देवी लक्ष्मी त्याग कर देती हैं।
दरअसल, माता लक्ष्मी स्वच्छ जगहों पर ही वास करती हैं। इसलिए गंदगी से हमेशा दूर रहना चाहिए। गंदे रहने वाले मैले-कुचैले वस्त्र धारण करने वालों पर माता लक्ष्मी कभी प्रसन्न नहीं होती हैं।
वहीं, गंदे दांतों के कारण पेट से संबंधित बीमारियां भी होती हैं। कहते हैं ऐसा रहने वाले लोग काम के प्रति ईमानदार नहीं होते हैं। साथ ही जरूरत से ज्यादा खाना आलस का परिचायक है। आलस से काम और मेहनत में कमी और शरीर बीमारियों का घर बनता जाता है।
कठोर और अपशब्दों से भी दूर रहना चाहिए। ऐसे लोगों के स्वभाव उनकी तरक्की में बाधक होते हैं। सूर्योदय और सूर्यास्त के समय सोने वाले लोगों से भी माता लक्ष्मी दूर रहती हैं। ऐसे लोग जीवन में कभी आगे नहीं बढ़ पाते हैं और अपना महत्वपूर्ण समय सोने में गंवा देते हैं।
ये समय शरीर और मन को व्यायाम और योग के जरिए स्वस्थ्य रखने का होता है। स्वस्थ्य मन और शरीर के साथ हर मुश्किल बाधा को पार करते हुए सफलता की राह पर बढ़ा जा सकता है।