Ganesh Chaturthi 2019: जानें गणेश जी के परिवार का पूरा लेखा-जोखा, बहन अशोक सुंदरी से लेकर पोते आमोद-प्रमोद तक
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 2, 2019 08:31 AM2019-09-02T08:31:50+5:302019-09-02T08:31:50+5:30
Ganesh Chaturthi 2019: गणेश चतुर्थी के दिन देश भर के कई जगहों और चौक-चौराहों पर पंडाल लगाने और भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करने की परंपरा है। गणेश जी की पांच पत्नियां हैं।
Ganesh Chaturthi 2019: गणेश चतुर्थी का त्योहार पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। खासकर महाराष्ट्र में गणेशोत्सव को लेकर आम लोगों में खूब उमंग रहता है। इस दिन देश भर के कई जगहों और चौक-चौराहों पर पंडाल लगाने और भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करने की परंपरा है।
आम लोग अपने घरों में भी भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करते हैं और 3 से लेकर 11 दिनों में अपनी-अपनी मान्यता के अनुसार उनको विसर्जित करते हैं। करीब 11 दिन चलने वाला गणेशोत्सव अनंत चतुर्दशी के दिन समाप्त हो जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि गणेश जी के परिवार का पूरा लेखा-जोखा...
- गणेशजी के माता-पिता: पार्वती और शिव।
- गणेशजी के भाई: श्रीकार्तिकेय गणेश जी के बड़े भाई हैं। इनके कई भाई हैं जैसे - सुकेश, जलंधर, अयप्पा और भूमा।
- गणेशजी की बहन: अशोक सुंदरी
( भगवान शंकर की और भी पुत्रियां थीं जिन्हें नागकन्या माना गया। जैसे- जया, विषहर, शामिलबारी, देव और दोतलि। अशोक सुंदरी को भगवान शिव और पार्वती की पुत्री बताया गया इसीलिए वही गणेशजी की बहन है। इसका विवाह राजा नहुष से हुआ था।)
- गणेशजी की पत्नियां : गणेशजी की 5 पत्नियां हैं।
1. ऋद्धि
2. सिद्धि
3. तुष्टि
4. पुष्टि
5. श्री
गणेशजी के पुत्र- लाभ और शुभ तथा पोते आमोद और प्रमोद।
Ganesh Chaturthi: गणेश प्रतिमा का विसर्जन क्यों करते है?
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार श्री वेद व्यास ने गणेश चतुर्थी से महाभारत कथा श्री गणेश को लगातार 10 दिनों तक सुनाई थी। श्री गणेश जी ने अक्षरश: इसे लिखा था। वेद व्यास ने जब 10 दिन बार आंखें खोली तो पाया कि 10 दिन की अथ मेहनत के बाद गणेश जी का तापमान बहुत अधिक हो गया था।
इसके बाद वेद व्यास जी ने गणेश जी को निकट के सरोवर में ले जाकर ठंडा किया था। इसलिए गणेश स्थापना कर चतुर्दशी को उनको शीतल किया जाता है। इसी कथा में यह भी वर्णित है कि श्री गणपति जी के शरीर का तापमान ना बढ़े इसलिए वेद व्यास जी ने उनके शरीर पर सुगंधित सौंधी माटी का लेप किया।