Ganesh Chaturthi: हिंदू धर्म में मान्यता है कि किसी भी धार्मिक अनुष्ठान में सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है। इसके बाद ही किसी और देवी-देवता की पूजा का विधान है। यही कारण है कि गणेश चतुर्थी हिंदुओं के कुछ सबसे बड़े त्योहार में शामिल है। वैसे तो पूरे देश में गणेश चतुर्थी का त्योहार मनाया जाता है लेकिन महाराष्ट्र में इसे लेकर एक अलग ही उमंग और उत्साह नजर आता है। गणेश चतुर्थी के दिन गणपति की प्रतिमाएं जगह-जगह स्थापित की जाती हैं और अगले 10 दिनों तक उत्सव चलता रहता है।
आम लोग भी गणपति की प्रतिमा इस मौके पर अपने घर लाते हैं और फिर कुछ दिनों बाद उन्हें विदाई दे दी जाती है। इस मौके पर सुबह-शाम गणपति की आरती और पूजन से पूरा वातावरण भक्तिमय बना रहता है। इस मौके पर आप भी भगवान गणेश की पूजा के बाद उनकी ये आरती जरूर पढ़ें...
Ganesh ji Ki Aarti: भगवान गणेश जी की आरती....
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा, माता जाकी पार्वती पिता महादेवा।जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा, माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
एकदन्त दयावन्त चारभुजाधारी, माथे पर तिलक सोहे मूसे की सवारी।पान चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा, लड्डुअन का भोग लगे सन्त करें सेवा।जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा. माता जाकी पार्वती पिता महादेवा।।
अन्धे को आंख देत, कोढ़िन को काया, बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया।‘सूर’ श्याम शरण आए सफल कीजे सेवा, माता जाकी पार्वती पिता महादेवाजय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा, माता जाकी पार्वती पिता महादेवा।।