Diwali 2023: छोटी दिवाली की शाम को जलाएं इतने दीये, जानें दीपावली के दिन कितनी होनी चाहिए दीयों की संख्या
By अंजली चौहान | Published: November 11, 2023 02:19 PM2023-11-11T14:19:41+5:302023-11-11T14:20:40+5:30
दिवाली दीये या मिट्टी के दीये जलाकर मनाई जाती है।
Diwali 2023: हिंदुओं का सबसे बड़ा त्योहार दिवाली की शुरुआत हो गई है, यहां पांच दिवसीय त्योहार होता है। आज छोटी दिवाली या नरक चतुर्दशी है। ये दिन दिवाली से एक दिन पहले आता है और शाम के समय मां लक्ष्मी समेत अन्य भगवानों की पूजा की जाती है।
यह पांच दिवसीय त्योहार 10 नवंबर को धनतेरस के साथ शुरू हो चुका है और 15 नवंबर को भाई दूज के साथ समाप्त होगा। दिवाली का शुभ त्योहार रविवार, 12 नवंबर को पूरे भारत में बहुत धूमधाम से मनाया जाएगा। आज शनिवार के दिन छोटी दिवाली के रूप में मनाया जा रहा है और आज घरों में दीये जलाएं जाते हैं।
छोटे मिट्टी के दीपक, दिवाली की सबसे महत्वपूर्ण परंपराओं में से एक है। संस्कृत शब्द 'दीपावली' का अर्थ है 'रोशनी की पंक्ति'। इसलिए, दिवाली को रोशनी के त्योहार के रूप में जाना जाता है और इस दिन हर कोने को रोशन करने की प्रथा है। आमतौर पर, हमारे सभी त्योहार जो मासिक, त्रैमासिक और वार्षिक रूप से आते हैं, उनमें पूजा की गई मूर्तियों के सामने दीया जलाना शामिल होता है।
यह एक शुभ अनुष्ठान माना जाता है जो लोगों को बुरी आत्माओं और नकारात्मक ऊर्जाओं से बचाता है। त्योहार के प्रत्येक दिन जलाए जाने वाले दीयों की संख्या हिंदू मान्यता के अनुसार अलग-अलग होती है। ऐसे में आइए आपको बताते हैं कि छोटी दिवाली और दीपावली के दिन कितने दीये जलाने चाहिए।
1- छोटी दिवाली
छोटी दिवाली, जिसे काली चौदस भी कहा जाता है, पर 14 दीये जलाना शुभ माना जाता है। दीयों को थाली के चारों ओर रखा जाना चाहिए और बीच वाले में चार मुख होने चाहिए। 14 दीयों से पहले चार मुखी दीये को पहले जलाना चाहिए। छोटी दीपावली पर अलग-अलग जगहों पर दीये जलाने का विशेष महत्व होता है। मधुर और समृद्ध जीवन की अपनी इच्छा के प्रतीक के रूप में, कुछ लोग दीयों में चीनी या अन्य मिठाइयाँ भी मिलाते हैं।
2- दीपावली
दीपावली या बड़ी दीवाली जिस दिन लक्ष्मी पूजा का खास महत्व है। पूरे घर और बगीचे में कई दीये जलाने की प्रथा है। यह उज्ज्वल एवं समृद्ध भविष्य की कामना का प्रतीक है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, जो लोग दिवाली और धनतेरस के दौरान तेरह दीये जलाते हैं, उन्हें अच्छे स्वास्थ्य और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है।
दीपावली के दिन कई लोग 21 दीये जलाना शुभ मानते हैं, हालाँकि बड़ी संख्या में दीये जलाना शुभ माना जाता है, इसलिए इसकी कोई सीमा नहीं है और आप देवी लक्ष्मी का स्वागत करने के लिए जितनी चाहें उतनी संख्या में दीयों, रोशनी और दीयों से अपने घर को रोशन कर सकते हैं। लोग दूसरों के साथ दिवाली की खुशियाँ फैलाने के लिए अपनी कारों और बालकनियों पर भी दीये जलाते हैं।
(डिस्क्लेमर: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य विशेषज्ञत राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श लें। लोकमत हिंदी इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।)