Chhath Puja 2023: उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ महापर्व छठ का समापन, 36 घंटे का निर्जला उपवास समाप्त, खास ठेकुआ और प्रसाद बांटा
By एस पी सिन्हा | Published: November 20, 2023 03:17 PM2023-11-20T15:17:55+5:302023-11-20T15:19:06+5:30
Chhath Puja 2023: रात्रि में संगीत के साथ कोसी भरी गई। छठ का आयोजन मुख्यमंत्री आवास एक अणे मार्ग में भी मनाया गया।
Chhath Puja 2023: लोक आस्था के महापर्व छठ के चौथे दिन आज व्रतियों के द्वारा उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिए जाने के साथ ही छठ का समापन हो गया। छठ घाटों पर सुबह-सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया, इसके साथ ही व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास समाप्त हुआ। सुबह से ही घाटों पर व्रती उगते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए पानी में खड़े हुए।
इसके बाद फल और प्रसाद से भरा दउरा-सूप लेकर भगवान भास्कर की उपासना की। भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के बाद व्रतियों ने छठ का प्रसाद खाया और व्रत खोला। छठी मइया के लिए बनाए गए खास ठेकुआ और प्रसाद को लोगों में बांटा गया। छठ पर्व के अंतिम दिन भक्त प्रसिद्ध छठी मईया के गीत गाते हुए घाट पर पहुंचे थे।
रात्रि में संगीत के साथ कोसी भरी गई। छठ का आयोजन मुख्यमंत्री आवास एक अणे मार्ग में भी मनाया गया। इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रिश्तेदारों में छठ महापर्व के अवसर पर संध्या और सुबह का अर्घ्य दिया गया। खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी भगवान भास्कर को संध्या और प्रात कालीन अर्घ्य दिया।
इस अवसर पर कई अन्य लोग भी शरीक हुए। आयोजन पूरी तरह पारिवारिक था, जिसमें नीतीश कुमार के भाई और बहनों का पूरा परिवार शामिल हुआ। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य की तरक्की की कामना की और कहा कि यह अनुशासन का पर्व है। व्रती साफ मन से डूबते और सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं। सूर्य देव से राज्य की प्रगति, सुख- समृद्धि की प्रार्थना करता हूं।
वहीं, इस मौके पर बिहार में भाजपा के प्रभारी विनोद तावड़े और प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने दूसरे दिन उगते सूरज को अर्घ्य दिया। विनोद तावड़े ने कच्ची तालाब गर्दनीबाग घाट पर सूर्य देव को अर्घ्य देकर बिहार वासियों के लिए मंगल कामना की। विनोद तावड़े महाराष्ट्र के रहने वाले हैं लेकिन छठ पर्व की महिमा से आकर्षित होकर बिहार पहुंचे थे।
वह छठ उत्सव में शामिल हुए और बिहार वासियों के कल्याण की कामना की। बिहार में पदस्थापित आईएएस दंपति अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ और उनकी पत्नी विजया लक्ष्मी, पशुपालन विभाग की प्रधान सचिव ने सादगी के साथ अपने आवास पर ही छठ पर्व किया। विजया लक्ष्मी खुद दक्षिण भारत से ताल्लुक रखती हैं।
साथ ही भरतनाट्टयम सहित कई सामाजिक कार्यक्रमों से जुड़ी रही हैं। वहीं एस. सिद्धार्थ अपनी सादगी के लिए जाने जाते हैं। वह पहले आईएएस हैं, जिन्हें विमान उड़ाने के लिए लाइसेंस मिल चुका है। छठ पर्व को लेकर आम लोगों के अलावा सरकारी स्तर पर भी तैयारी की गई थी।
राजधानी पटना के तालाबों को भी सजाया गया था। इसके अलावा पटना के पार्कों में भी लोगों की भीड़ उमड़ी और भगवान भास्कर की पूजा अर्चना की गई। बिहार में करीब 80 लाख से ज्यादा लोगों के द्वारा ने छठ किया।