लाइव न्यूज़ :

अमरनाथ यात्रा 2024: न रुकी है, न रुकेगी, प्राकृतिक त्रासदी भी यात्रियों को रोकने में असफल

By सुरेश एस डुग्गर | Updated: July 12, 2024 15:35 IST

Amarnath Yatra 2024: तीन लाख के करीब लोग अभी तक वार्षिक अमरनाथ यात्रा में शामिल हो चुके हैं। हालांकि जम्मू कश्मीर सरकार ने इस बार 8 लाख की संख्या निर्धारित की है भाग लेने वालों की लेकिन बढ़ती भीड़ को प्रतिकूल मौसम चिढ़ा रहा है।

Open in App

जम्मू: न कोई धमकी, न कोई प्रतिबंध, न कोई हादसा और न ही कोई प्राकृतिक त्रासदी इन बढ़ने वालों के कदमों को रोक पा रही हैं। जहां तक कि यात्रा प्रबंधों में प्रशासन की नीतिओं के चलते फैलने वाली अव्यवस्थाओं से वे दो-चार तो हो रहे हैं लेकिन उन्हें यह अव्यवस्थाएं भी रोक नहीं पा रही हैं जिन्हें पार कर 14500 फुट की ऊंचाई पर स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा में दर्शनार्थ पहुंचने वालों के कदम नहीं रुक रहे हैं। तीन लाख के करीब लोग अभी तक वार्षिक अमरनाथ यात्रा में शामिल हो चुके हैं। हालांकि जम्मू कश्मीर सरकार ने इस बार 8 लाख की संख्या निर्धारित की है भाग लेने वालों की लेकिन बढ़ती भीड़ को प्रतिकूल मौसम चिढ़ा रहा है।

चाहे कुछ भी हो या कुछ भी कहा जाए या सच्चाई है कि अमरनाथ यात्रा दिनों के बीतने के साथ ही राष्ट्रीय एकता और अखंडता की यात्रा के रुप में भी सामने आ रही है। यात्रा में भाग लेने वाले किसी एक प्रदेश के नहीं है बल्कि सारे देश के विभिन्न भागों से आने वाले इसमें शामिल हैं तो कईयों के दिलों में यह भी जज्बा है कि कश्मीर हिन्दुस्तान का है और वे अमरनाथ यात्रा में भाग लेकर इस जज्बे को प्रदर्शित कर सकते हैं। यात्रा में भाग लेना वैसे इस बार इतना आसान नहीं है क्योंकि प्रशासन की नीतिओं के चलते यात्रा में भाग लेने के लिए पंजीकरण आवश्यक हो गया है। 

ऐसा भी नहीं है कि इंतजार मात्रा ने भाग लेने वालों के मनोबल को कम किया हो बल्कि बावजूद इसके वे यात्रा में शामिल हो रहे और रोचक बात यह है कि इन अधिकतर भाग लेने वाले यात्रियों की कि वे अनुमति पहलगाम यात्रा मार्ग की ले रहे हैं और चले जा रहे हैं बालटाल के उस रास्ते से जो जोखिम भरा तो है लेकिन एक ही दिन में इस मार्ग का प्रयोग कर पवित्र शिवलिंग के दर्शन किए जा सकते हैं। वैसे कई श्रद्धालु यात्रा के दौरान भारत माता की जय, पाकिस्तान मुर्दाबाद और आतंकवाद विरोधी नारे लगा इस जज्बे को प्रदर्शित भी कर रहे हैं। जिसने इस यात्रा को धार्मिक कम और राष्ट्रीय एकता तथा अखंडता की यात्रा अधिक बना दिया है हर बार की ही तरह।

परिणाम यह है कि ‘हर-हर महादेव’, ‘जयकारा वीर बजरंगी’ और ‘जय बाबा अमरनाथ बर्फानी, भूखे को अन्न प्यासे को पानी’ के नारों से जम्मू कश्मीर की धरती फिर गूंजने लगी है। नारे लगाने वालों की भीड़ दिनों के साथ बढ़ती जा रही है। आने वालों की बाढ़ में बस एक जज्बा है उन आतंकवादियों के विरूद्ध भारतीयत एकता का परिचय देना जो हमेशा यात्रा पर खतरे के रुप में मंडराते रहते हैं।

टॅग्स :अमरनाथ यात्राजम्मू कश्मीर
Open in App

संबंधित खबरें

भारतDrung Waterfall: महीनों बाद खुला द्रुग वाटरफाल, टंगमर्ग राइडर्स की रोजी-रोटी में मदद मिली

भारतJammu-Kashmir Power Shortage: सर्दी बढ़ने के साथ कश्मीर में गहराया बिजली सकंट, करीब 500 मेगावाट बिजली की कमी से परेशान लोग

भारतJammu-Kashmir: कश्मीर के मोर्चे से खुशखबरी, आतंकी हिंसा में गिरावट पर आतंक और दहशत में नहीं

पूजा पाठVaishno Devi Temple: मां वैष्णो देवी की यात्रा में गिरावट, पिछले साल के मुकाबले श्रद्धालुओं की संख्या घटी

भारतदिल्ली लाल किला कार विस्फोटः जम्मू-कश्मीर और लखनऊ में कुल 8 जगहों पर NIA छापेमारी, ‘सफेदपोश’ आतंकी मॉड्यूल पर नजर, पुलवामा, शोपियां और कुलगाम में एक्शन

पूजा पाठ अधिक खबरें

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 05 December 2025: आज 4 राशिवालों पर किस्मत मेहरबान, हर काम में मिलेगी कामयाबी

पूजा पाठPanchang 05 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठPanchang 04 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 04 December 2025: आज वित्तीय कार्यों में सफलता का दिन, पर ध्यान से लेने होंगे फैसले

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 03 December 2025: आज इन 3 राशि के जातकों को मिलेंगे शुभ समाचार, खुलेंगे भाग्य के द्वार