अपने पार्टनर की मम्मी बनना बंद कीजिए! बदल डालिए अपनी ये 6 आदतें
By मेघना वर्मा | Published: June 16, 2020 09:41 AM2020-06-16T09:41:57+5:302020-06-16T09:41:57+5:30
हर लड़की के अंदर एक मां छिपी होती है। अपने आस-पास के लोगों की वो एक मां की तरह केयर करती है मगर आपका पार्टनर आपका जीवनसाथी है बच्चा नहीं, ये बात आपको समझनी होगी।
हर औरत के अंदर एक मां छिपी होती है। जो कभी किसी के सामने झलक ही जाती है। केयर करनी सही है मगर जब आप अपने पार्टनर की गर्लफ्रेंड या वाइफ नहीं उनकी मम्मी की तरह एक्ट करने लगती हैं तो आपके पार्टनर को भी ये चीज खलने लगती है। एक अच्छे रिश्ते का मतलब ये नहीं होता कि आप अपने पार्नटर की मां बन जाएं।
केयरिंग नेचर, सारी रिस्पॉन्सबिलिटी खुद उठाना, बात-बात पर टोकना ये मां करें तो हर बेटे को पसंद आता है मगर गर्लफ्रेंड या पत्नी होकर आप अपने पार्टनर की मां नहीं बन सकती। आपको समझना होगा कि इस रिश्ते में आप दोनों ही बराबर हैं। इसलिए आप उनको मां की तरह हुकूम नहीं दे सकतीं। अपनी बात रख सकती हैं।
कई लड़कियां ऐसी भी होती है जिन्हें समझ ही नहीं आता कि वो अपने पार्टनर की मां की तरह एक्ट करने लगी हैं। आज हम आपको यहां ऐसे ही कुछ साइन्स बताने जा रहे हैं कि आपको समझ आए और आप अपनी ये आदतें बदल डालें।
1. हर बात के लिए पूछती और कहती रहती हैं
छोटी से छोटी बात हो या कोई बड़ी रिस्पॉन्सबिलटी आप हर बात के लिए अपने पार्टनर को टोकती और कहती रहती हैं। आपके इस नेचर से वह कुछ दिन तो हैंडिल कर लेंगे बाद में उन्हें ये फील होने लगेगा कि वो अपनी लव्ड वन के साथ नहीं बल्कि वापिस से अपनी मां के साथ रहना शुरू कर चुके हैं।
2. दोस्तों के साथ बाहर जाने पर हजारों बातें
एक मां जिस तरह अपने छोटे बच्चे को उनके दोस्तों के साथ जाने से पहले सारी हिदायतें देती है वैसा ही आप भी करती हैं। कहां जाना, कहां नहीं जाना, किससे बात नहीं करनी, क्या खाना है क्या नहीं खाना है, लौट के जल्दी घर आना है...एक मां के जैसे सोचना आपके नेचर में है। मगर आपको समझना होगा कि आपके सामने खड़ा शख्स आपका पार्टनर है। उसे भी उतनी समझ है जितनी आपको। इसलिए उन्हें चीजें अपने हिसाब से हेंडिल करने दें।
3. हर बार हर समय कॉल करना जरूरी नहीं
हां एक प्यार के रिश्ते में फोन कॉल्स और मैसेज होने जरूरी हैं मगर हर समय उन्हें कॉल करके छोटी-छोटी बातें पूछना जरूरी नहीं। खाना खा लिया, क्या खाया, कहीं बाहर तो नहीं जाओगे, रात में खाना क्या खाओगे जैसे सवाल शादी के कुछ महीनों तक तो अच्छे लगते हैं पर बाद में यही सवाल आप दोनों के बीच झगड़े का कारण भी बन सकते हैं।
4. उनका नहीं है कोई ओपिनियन
जिस तरह अपने मां के सामने वो उनकी सारी बातों को मान जाते हैं वैसा ही आपके साथ होने लगा हो। जब आपके सामने उनका कोई ओपिनियन ही ना बचा हो तो ये साइन है कि आप उनसे भी रिश्ते में इन्वॉल्व करें। आपके इस एक्ट से ये समझ आता है कि सारा निर्णय आप ही लेती हैं जो प्यार के रिश्ते में गलत है। आप दोनों को मिलकर एक साथ किसी विषय पर अपनी राय या निर्णय लेना चाहिए।
5. आपकी कमांड हो उन पर हावी
हर गर्लफ्रेंड चाहती है कि उनका बॉयफ्रेंड या पति उनके कमांड में रहे। मगर आपको ये समझना होगा कि आपका पार्टनर छोटा बच्चा नहीं है जिसे आप कंट्रोल कर सकती हैं। उनकी अपनी अलग राय है और अपना अलग नेचर है। इसलिए हर बात पर नाराज होकर उन्हें इमोशनली ब्लैकमेल करके उन्हें कंट्रोल करना बंद कर दीजिए वरना बाद में आपको ही सबसे ज्यादा तकलीफ होगी।
6. आपको वो अपने पार्टनर से ज्यादा अपना बच्चा लगने लगे
वो आपके पार्टनर हैं आपके बच्चे नहीं। बात-बात पर डांटना और हर चीज पर टोकना सही नहीं। केयर करना जरूरी है मगर मां कि तरह केयर करना आपके पार्टनर को असहज कर सकता है। आपको जब आपका पार्टनर अपने बच्चे जैसा लगने लगे तो समझिए आप गलत ट्रैक पर हैं।