शादी से पहले ही उनसे पूछ लें ये 4 जरूरी बातें, बाद में ये बन सकती हैं झगड़े की वजह
By गुलनीत कौर | Published: January 3, 2019 11:39 AM2019-01-03T11:39:40+5:302019-01-03T11:39:40+5:30
अगर लड़की वर्किंग है और ऑफिस के साथ घर के भी सभी काम संभाल रही है तो उसका पार्टनर इसमें उसकी मदद क्यों नहीं कर सकता है? यह पति की भी जिम्मेदारी बनती है कि वो घर के काम में मदद करे।
शादी जिंदगी का सबसे बड़ा फैस्लामाना जाता है। इसलिए लोग कहते हैं कि सोच समझकर यह फैसला लेना चाहिए। किसी भी तरह की जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। आप जीवनभर के लिए एक साथी का चुनाव कर रहे हैं, तो इसलिए सब जांच-परखकर ही आगे बढ़ें। जिस साथी को आपने चुना है शादी से पहले ही धीरे धीरे उसकी पसंद, नापसंद, अच्छी-बुरी बातों को जानने की कोशिश करें। ताकि आपको आगे चलाकर दिक्कत ना हो।
लेकिन इन बातों के अलावा एक बात और है जिसके बारे में आपको पहले से बात कर लेनी चाहिए। नहीं तो बाद में आपको परेशानी हो सकती है। लड़का हो या लड़की, आपको पहले ही अपने होने वाले पार्टनर के साथ घर की कुछ अहम जिम्मेदारियों से संबंधित बात कर लेनी चाहिए। ताकि बाद में इन मुद्दों पर झगड़े ना हों। आइए बताते हैं आपको क्या बात करनी है।
1) घर के काम
अगर लड़की वर्किंग है और ऑफिस के साथ घर के भी सभी काम संभाल रही है तो उसका पार्टनर इसमें उसकी मदद क्यों नहीं कर सकता है? यह पति की भी जिम्मेदारी बनती है कि वो घर के काम में मदद करे। शादी से पहले ही होने वाले पति पत्नी को घर के कामों को लेकर बात कर लेनी चाहिए। इसपर पति खुलकर जाहिर कर सकता है कि वो किन कामों में मददगार साबित होगा और कौन से काम उसे नहीं आते हैं। इस तरह आगे चलाकर दिक्कत नहीं आएगी।'
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2) आर्थिक मुद्दों पर बात
हर लड़का शादी के बाद आर्थिक जिम्मेदारियों ओ अपने कंधे पर लेता है। लेकिन आजकल के मॉडर्न जमाने में जहां लड़कियां भी कामकाजी हैं, वहां दोनों मिलकर घर चलाते हैं। लेकिन दोनों में से किस की सैलरी का कहाँ खर्चा होगा और किसे पैसों को लेकर घर में कितना योगदान देना है, ये चर्चा पहले ही कर लें। इसके आलावा अपने फ्यूचर के लिए कैसे इन्वेस्ट करेंगे, यह भी बात करने लायक मुद्दा है।
3) रिश्तेदार
रिश्तेदार, दोस्त, पड़ोसी, सभी के साथ किस तरह से मेल-जोल बढ़ाना है और कैसे इन्हें मैनेज करना है यह भी बात कर लें। लड़के की फॅमिली के साथ लड़की कैसे मैनेज करेगी और लड़की को किस तरह लड़के को अपनी फॅमिली के साथ जोड़े रखना है। इस पर चर्चा होनी जरूरी है। इसके अलावा एकक दूसरे के दोस्तों और पास-पड़ोसियों के साथ कैसे संबंध हों और कितना मिलना-जुलना होना चाहिए, ताकि रोजमर्रा की जिंदगी पर भी असर ना हो, इस तरह के इम्पोर्टेन्ट विषयों पर चर्चा कर लें।
4) परवरिश
शादी के एक, दो, तीन या जितने भी साल बी आड़ आप बेबी प्लान करें तो उस बच्चे को लेकर आप दोनों की क्या क्या जिम्मेदारियां होंगी, इसपर भी खुलकर चर्चा कर लें। हम मानते हैं कि शादी से पहले ही बच्चों की बात करना हर किसी के लिए कम्फर्टेबल नहीं होता है, लेकिन याद रखें कि यह एक जरूरी मुद्दा है। अक्सर बाद मेनन लड़कियों को ही बच्चों की देखरेख का सारा काम करना पड़ता है। ऐसे में वे अकेली पड़ जाती हैं। जिस वजह से झगड़े बढ़ते हैं।